Chaibasa: पश्चिमी सिंहभूम जिले के सदर प्रखंड से चयनित 30 किसानों को सबमिशन ऑन एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन योजना के तहत आत्मा के किसान भवन में तीन दिन का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण का उद्देश्य समान्य फसलों के साथ-साथ अन्य कैश क्राप्स के उत्पादन के विषय में जानकारी देना था ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो सके. मुख्य फोकस जैविक कृषि पर रहा, जिसके विभिन्न तरीकों के बारे में किसानों को संबंधित विशेषज्ञों ने जानकारी दी.
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मशरूम व स्ट्राबेरी की खेती, ड्रीप सिंचाई, जैविक खेती की दी गई जानकारी
किसानों को मुख्य रूप से मशरूम व स्ट्राबेरी की खेती, ड्रीप सिंचाई, जैविक खाद के निर्माण, आम व अमरूद सहित अन्य मौसमी फलों की जैविक खेती की जानकारी दी गई. भ्रमणशील पशु चिकित्सकों ने बकरी, बतख तथा मुर्गी पालन की जानकारी दी. केवीके के कृषि वैज्ञानिक सनत कुमार सवैंया, स्ट्राबेरी विशेषज्ञ प्रगतिशील कृषक मंगलसिंह चातर, प्रखंड टेक्निकल टीम के रामचरित्र यादव, मशरूम विशेषज्ञ राजेन्द्र सुंडी, टीओभी विनोद भूषण मार्डी, एग्री क्लीनिक के समन्वयक सुधांशु शेखर ने किसानों को प्रशिक्षण दिया. आत्मा के उप निदेशक राजीव रंजन ने बताया कि इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण का उद्देश्य किसानों को व्यावहारिक कृषि के साथ-साथ नगदी फसलों की खेती के लिये प्रेरित करना रहा ताकि उनकी आय में वृद्धि हो. इस मौके पर सदर प्रखंड के बीटीएम आनंद तामसोय भी उपस्थित थे.
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