Chaibasa (Ramendra Kumar Sinha) : पश्चिम सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों से आवेदन के आधार पर चयनित किए गए 25 युवाओं को आत्मा कार्यालय के सभागार में 1 माह के लिए माली का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के तहत उन्हें विभिन्न प्रजाति के पौधों को लगाने,पौधों को कैसे और किस प्रकार लगाएं तथा उनकी किस प्रकार देखभाल करें कि उनका विकास हो इसकी पूरी जानकारी दी जा रही है.
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ग्राफ्टिंग तकनीक के माध्यम से दिया गया प्रशिक्षण
एक पेड़ में ग्राफ्टिंग तकनीक के माध्यम से कैसे विभिन्न प्रजाति के फलों और फूलों को पैदा किया जा सकता है इसकी जानकारी दी गई. गुटिग के माध्यम से उसी पौधे में दूसरी प्रजाति के फल या फुल को किस प्रकार पैदा किया जाए इसकी जानकारी विस्तार से दी गई. इन सभी प्रशिक्षणार्थियों को राज्यस्तरीय और तकनीकी सलाहकार डॉ. बीडीएस मुंडा तथा झारखंड रांची राजेश सिंह मुंडा इन्हें प्रशिक्षण दे रहे हैं. डॉक्टर बीडीएस मुंडा ने बताया कि ग्राफ्टिंग वह तकनीक है जिसके माध्यम से एक निश्चित वैरायटी के पेड़ में उससे संबंधित अन्य फूल या फल को पैदा किया जा सकता है. ऐसे पौधे बाजारों में बहुत ऊंचे मूल्य पर बिकता हैं. इस तकनीक में पारंगत हो जाने के बाद उनका बहुत हद तक आर्थिक विकास हो सकता है.
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