Chaibasa ( Ramendra Kumar Sinha) : मझगांव विधानसभा झारखंड के लिए 11 नवंबर का दिन ऐतिहासिक है. इसे स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जायेगा. यह बातें मझगांव विधानसभा के विधायक निरल पुरती ने कही. उन्होंने कहा कि झारखंड के आदिवासी, मूलवासी और पिछड़े वर्ग के लोगों की मांग को हेमंत सोरेन की सरकार ने पूरा कर दिया है. राज्य के मूलनिवासियों का वर्षों पुराने सपने को झारखंड के मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार ने साकार कर दिया है. विधानसभा के विशेष सत्र में 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति, रोजगार में आरक्षण का निर्णय ऐतिहासिक है.
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निरल पुरती ने सदस्यों को दिया धन्यवाद
विधानसभा के विशेष सत्र में विपक्ष में बैठी पार्टी भी विरोध नहीं कर पायी. झारखंड की स्थानीयता विधेयक और आरक्षण विधेयक झारखंड विधानसभा से पारित हो गया है. आज का दिन झारखंड के इतिहास में स्वर्णिमअक्षरों में दर्ज हो गया है. हेमन्त सरकार ने यह साबित कर दिया है कि सही मायने में यह सरकार झारखंडियों की सरकार है, आदिवासी, मूलवासी, पिछड़े की सरकार है. उन्होने इस ऐतिहासिक फैसले के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, कैबिनेट के तमाम मंत्रीगण, सत्ता पक्ष झामुमो, कांग्रेस और राजद समेत झारखंड विधानसभा के तमाम सदस्यों को इसके लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने ने कहा कि पूरे राज्य में स्थानीय लोग जश्न मना रहे हैं. हेमंत के हिम्मत के आगे विपक्ष को कुछ भी करने का मौका नहीं मिला.
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