Chaibasa : झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस दीपक रोशन ने शुक्रवार को जुबिनाइल जस्टिस बोर्ड के पदाधिकारियों के साथ चाईबासा स्थित संप्रेषण गृह का निरीक्षण किया. उन्होंने बाल कैदियों के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान पश्चिमी सिंहभूम के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोरंजन कवि, उपायुक्त अनन्य मित्तल, पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीशा कुजूर और जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पुनीता तिवारी उपस्थित थे. यह संप्रेषण गृह समाज कल्याण महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है.
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न्यायाधीश ने निरीक्षण के क्रम में कई दिशा निर्देश दिये. संप्रेषण गृह में कुल 67 बाल कैदी हैं. चाईबासा के 43 और सरायकेला खरसावां जिला के 23 बाल कैदी हैं. मीडिया से बात करते हुए जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पुनीता तिवारी ने कहा कि 14 साल से ज्यादा उम्र के इच्छुक बाल कैदियों के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग की व्यवस्था कराई जायेगी. इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने सम्प्रेषण गृह का निरीक्षण किया और वहां दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली.