Chaibasa (Sukesh Kumar) : कोल्हान विश्वविद्यालय के मॉडल महिला कॉलेज खरसावां को सत्र 2021-22 में राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) से टू स्टार रैंकिंग प्राप्त हुआ है. संस्था द्वारा मिला यह रैंक पूरे कोल्हान के लिए गर्व की बात है. यह रैंकिंग सरकारी कॉलेजों के कैटेगरी के आधार पर किया गया है. मॉडल महिला कॉलेज का यह दूसरा सत्र है जिन्हें अबतक सेकेंड स्थान ही प्राप्त हो रही है. 2020-21 में भी सरकारी संस्थान के कैटेगरी में उक्त संस्थान से इस कॉलेज को सेकेंड स्थान प्राप्त हुआ था. वर्ष 2021 में महाविद्यालय ने एआरआइआइए में भी हिस्सा लिया था. जिसमें इनोवेशन अचीवमेंट के लिए बैंड बिगिनर अंडर द कैटेगरी जनरल नॉन टेक्निकल का खिताब मिला था. सत्र 2021-22 में एमआईसी की मेंटर, मेंटी प्रोग्राम एवं सत्र 2022-23 में इंपैक्ट लेक्चर सीरीज फेज टू में भाग लिया. जिसके तहत महाविद्यालय को उद्यमिता कौशल प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन राशि भी दिया गया था.
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इनोवेटिव आइडिया देने वाले छात्राओं को किया जाता है प्रोत्साहित
एनआईआरएफ 2022 के गवर्नमेंट कॉलेज कैटेगरी में महिला महाविद्यालय सरायकेला ने भी हिस्सा लिया था. जिसमें ऑनलाइन वेबिनार आयोजित किया गया था. साथ ही उद्यमिता में जोखिम उठाने की प्रवृति पर बल दिया गया था. कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों व महाविद्यालयों के छात्र छात्राएं एवं शिक्षकों ने हिस्सा लिया था. मेंटर कॉलेज के रूप में सिलिकॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोग्राम कॉर्डिनेटर ईडी सेल के डॉ. महेश प्रसाद अगस्ती के मार्गदर्शन में कॉलेज की इनोवेशन सेल नवाचार एवं उद्यमिता की ओर अग्रसर हो रही है. इनोवेशन आइडिया देने के लिए छात्राओं को प्रोत्साहित किया जाता है. उसमे एमआईसी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की इनोवेशन एंबेसडर ट्रेनिंग में महाविद्यालय के टीचिंग स्टाफ की भी भागीदारी रही.
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इस तरह से समझें राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क भारत सरकार द्वारा अपनाई गई एक पद्धति है. फ्रेमवर्क को मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा अनुमोदित किया गया और मानव संसाधन विकास मंत्री ने 29 सितंबर, 2015 को इसे लॉंच किया है. प्रत्येक साल ऑनलाइन आवेदन करने वाले संस्थानों का रैंक तैयार किया जाता है. विश्वविद्यालयों और कॉलेजों, इंजीनियरिंग संस्थानों, प्रबंधन संस्थानों, फार्मेसी संस्थानों और वास्तुकला संस्थानों जैसे ऑपरेशन के अपने क्षेत्रों के आधार पर विभिन्न प्रकार के संस्थानों के लिए अलग रैंकिंग है. फ्रेमवर्क संसाधनों, अनुसंधान और हितधारक की धारणा जैसे रैंकिंग उद्देश्यों के लिए कई मापदंडों का उपयोग करता है. इन मापदंडों को पांच समूहों में वर्गीकृत किया गया है और इन समूहों को विशिष्ट भार निर्दिष्ट किया गया है. भार संस्था के प्रकार पर निर्भर करता है. लगभग 3500 संस्थानों ने रैंकिंग के पहले दौर में स्वेच्छा से भाग लिया है. यह प्रत्येक साल कार्यशाला आयोजित कर रैंकिंग तैयार किया जाता है. कॉलेजों की बुनियादी सुविधाओं के आधार पर रैंक तैयार होता है.
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दूसरी बार मिला दूसरा स्थान
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क में लगातार दूसरी बार मॉडल कॉलेज खरसावां को सेकेंड स्थान प्राप्त हुआ है जो एक गर्व की बात है. यहां के विद्यार्थियों के हित में यह निर्णय लिया गया है. यहां के भवन और बुनियादी सुविधाएं पूरी है.
प्रो. स्पार्कलीन डे, प्रभारी प्रचार्या, मॉडल कॉलेज खरसावां
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सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं को देती है रैंकिंग
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क प्रत्येक साल सरकारी व गैरसरकारी संस्थाओं को रैकिंग देती है. इसी रैंक के आधार पर कॉलेज की पहचान होती है. कोल्हान विश्वविद्यालय में यह पहला कॉलेज है जिन्हें राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क में सेकेंड स्थान प्राप्त हुआ है. यह पूरे कोल्हान के लिए गर्व की बात है.
डॉ. पीके पाणी, प्रवक्ता, कोल्हान विश्वविद्यालय
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