Çhaibasa (Ramendra Kumar Sinha) : प्रभु यीशु का जन्म गोहाल घर (चरनी) में हुआ था. जिसकी याद में मसीही समाज के लोग चरनी का निर्माण करते है. चरनी में माता मरियम के गोद में बैठे हुए प्रभु यीशु अपनी मां को देखते हुए दिखाए जाते है. चरनी का निर्माण कार्य जोरों पर है. मसीही समुदाय के सभी लोग अपने घरो में भी चरनी का निर्माण कर उसे अच्छी तरीके से सजाने का कार्य करते हैं, जहां पर रात्रि 12:00 बजे प्रभु यीशु का जन्म होगा और उनके त्यौहार को हर्षोल्लास के साथ मध्यरात्रि में मनाई जाएगी.
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क्रिसमस पर चर्च सजधज कर तैयार
बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं. परंपरा के अनुसार प्रभु यीशु के जन्म के वक्त जन्मोत्सव के भजन को गाया जाता है. जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं. क्रिसमस को लेकर जेवियर चर्च, सीएनआई चर्च, लूथरन चर्च सहित अन्य चर्च को अच्छे तरीके से सजाया गया है. जहां पर श्रद्धालु प्रार्थना सभा में शामिल होंगे. जेवियर चर्च में दोपहर सेप्रार्थना सभा शुरू हो जाएगी. यहां पर चरनी को काफी भव्य बनाया जा रहा है इससे अपनी माता मरियम के गोद में प्रभु यीशु को बैठाया हुआ दिखाया जाता है.
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