Kiriburu (Shailesh Singh) : मुख्य सचिव एवं पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त का तबादला के बाद उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों को मुख्य सड़क से जोड़ने की योजना ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. उल्लेखनीय है कि पश्चिमी सिंहभूम जिला के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के अति संवेदनशील प्रखंडों में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने और सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्य सड़क से जोड़ने की कवायद बीते साल बहुत ही जोर शोर से तत्कालीन मुख्य सचिव की अध्यक्षता में पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार, ग्रामीण कार्य विभाग के तत्कालिन प्रघान सचिव अजय कुमार सिंह के साथ साथ जिला के तत्कालिन उपयुक्त अनन्य मित्तल और वर्तमान पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, अभियंता प्रमुख, मुख्य अभियंता और प्रमंडलों के कार्यपालक अभियंता बैठक कर योजना का चयन किया था.
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इन सड़कों व पुल-पुलिया का डीपीआर तैयार कर संबंधित विभागों को प्रशासनिक स्वीकृति का प्रस्ताव भी भेजा गया था. लेकिन वही पुरानी कहावत, धाक के तीन पात की तरह चरितार्थ हो रहा है. यह वही योजना है जो डीएमएफटी फंड से उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र को कनेक्टिविटी के तहत मुख्य सड़क से जोड़ना था,. जिसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. यह भी कहा जा सकता है कि तत्कालीन मुख्य सचिव और उपायुक्त अनन्य मित्तल के बदलते ही इस महत्वपूर्ण योजना को स्थगित कर दिया गया है. डीएमएफटी फंड रहते हुए सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तथा विशेष कर उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र की जनता के लिए आवागमन को सुगम नहीं बनाना अपने आप में बेईमानी है. विदित हो की प्रस्तावित योजना की अनुशंसा जिला के पुलिस अधीक्षक और उपायुक्त के द्वारा किया गया है. पुलिस की कांबिंग ऑपरेशन को चलाने साथ ही विषफोटक, लैंड माइंस बिछाए जाने से बचने और सभी प्रकार से सभी स्तर की सुविधा सड़कों के माध्यम से देने की योजना बनी थी, जो समय पर शुरू होने पर प्रशन चिन्ह है.
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तत्कालीन उपायुक्त अनन्य मित्तल का स्थानान्तरण होने से उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र की सड़कों की स्वीकृति विभाग से मिलने पर सवाल उठ खड़ा हुआ है. पुलिस अधीक्षक और उपायुक्त के अनुशंसा पर उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के टोंटो, मनोहरपुर, सोनुआ, गुदड़ी, बंदगांव प्रखंड के अति संवेदनशील क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिवीटी से जोड़ने की योजना तैयार की गई थी अथवा है.
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सड़क निर्माण से जुड़ी योजनाओं का नाम- ग्राम दोक्कटा से गाउसाई चौक से सान कुचिया भाया हेस्सा सुरनियां मुण्डासाई तक पथ निर्माण 11.60 किलोमीटर (1310.166 लाख), छोटा कुईरा से सारजोमबुरू भाया मारादिरी तक पथ निर्माण 9.985 किलोमीटर (1420.505 लाख). सांगाजाटा ससंगसाल से रूतागुटू तक पथ निर्माण 5.360 किलोमीटर (722.072 लाख) . कुईरा से हाथीबुरू से हुसीपी से बोरोय भाया मारादिरी तक पथ निर्माण 24.940 किलोमीटर (3616.076 लाख). सेकरे चौक से लोवाबेड़ा भाया तुम्बाहाका सरजोमबुरू तक पथ निर्माण 15.260 किलोमीटर (2116.915 लाख). रेंगडा पंचायत भवन से अंजेदबेड़ा भाया पाटातारोब तक पथ निर्माण 11.20 किलोमीटर (1470.684 लाख).
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टेन्सेरा से उदलकम तक पथ निर्माण 6.10 किलोमीटर (777.236 लाख). आराहासा (कुरकुटिया) से कुटमबा हुसीपी तक पथ निर्माण 8.790 किलोमीटर (1348.723 लाख). बेड़ादुईया से लोवाबेड़ा तिलाईबेड़ा तक पथ निर्माण 10.130 किलोमीटर (1454.460 लाख). राजाबासा से राईका तक पथ निर्माण कार्य 6.70 किलोमीटर (1048.809 लाख). बंदाबेड़ा से बुरूबोड़ता तक पथ निर्माण कार्य 7.330 किलोमीटर (856.154 लाख, उक्त सभी टोंटो प्रखंड). चिरियाबेड़ा से सरजोमबुरू तक पथ निर्माण कार्य 3.600 किलोमीटर (495.080 लाख). सैतबा से अन्जेदबेड़ा तक पथ निर्माण कार्य 8.50 किलोमीटर (1507.305 लाख). कासीजोवा से अन्जेदबेड़ा भाया चिरियाबेड़ा तक पथ निर्माण कार्य 11.500 किलोमीटर (1444.294 लाख, तीनों चाईबासा प्रखंड).
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पुल निर्माण से जुड़ी योजनाओं का नाम- राजाबासा से राईका पथ के चैनेज 0.485 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (232.59 लाख). संगाजाटा ससंगसाल रूतागुटू पथ के चैनेज 3.475 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (256.27 लाख). बंदावेड़ा से बुरुबोड़ता पथ के चैनेज 3.00 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (238.86 लाख). पोखरीबुरू से मसुरीबुरू पथ के चैनेज 2.600 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (230.54 लाख). कुईरा हाथीबुरू हुसीपी बोरोय भाया मेरालगाड़ा पथ के चैनेज 12.350 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (224.56 लाख).
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कुईरा हाथीबुरू हुसीपी बोरोय भाया मेरालगाड़ा पथ के चैनेज 15.750 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (224.46 लाख). कुईरा हाथीबुरू हुसीपी बोरोय भाया मेरालगाड़ा पथ के चैनेज 14.130 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (227.24 लाख). बेड़ादुईया से लोवाबेड़ा तिलाईबेड़ा पथ के चैनेज 8.240 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (228.91 लाख). कुईरा हाथीबुरू हुसीपी बोराय भाया मेरालगाड़ा पथ के चैनेज 11.090 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (225.64 लाख). संगाजटा ससंगसाल रूतागुटू पथ के चैनेज 0.345 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (323.61 लाख). सेकरे चौक से लोवावेड़ा भाया तुम्बाहाका भाया सरजोमबुरू पथ के चैनेज 1.430 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (211.48 लाख). राजाबासा से राईका पथ के चैनेज 1.150 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (232.04 लाख). राजाबासा से राईका पथ के चैनेज 2.020 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (231.48 लाख). टेन्सेरा से पुखरीबुरू पथ के चैनेज 4.650 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (242.85 लाख). टेन्सेरा से पुखरीबुरू पथ के चैनेज 2.700 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण (240.34 लाख, सभी टोंटो प्रखंड अन्तर्गत). सैतबा से अन्जेडबेड़ा पथ के चैनेज 0.90 किलोमीटर पर लोकल नाला में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य (219.66 लाख, चाईबासा प्रखंड) शामिल है.