Chaibasa (Sukesh kumar) : पश्चिम सिंहभूम जिले के एक मात्र सरकारी सदर अस्पताल चाईबासा में स्थित ब्लड बैंक से कई मरीजों को नया जीवन मिलता है. इतने बड़े जिले में एक मात्र ब्लड बैंक में प्रत्येक साल सात से आठ हजार यूनिट बल्ड की खपत होती है. जिसमें हर यूनिट का ब्लड शामिल है. कुल 52 संस्थान ऐसे है जो सिर्फ ब्लड डोनेशन कैंप लगातार पांच हजार से अधिक यूनिट रक्त संग्रह कर देते है. बुधवार को सदर अस्पताल का ब्लड बैंक विश्व ब्लड डोनेशन डे मना रहा है. इस दिन विभिन्न स्थानों से लोग आकर रक्तदान कर रहे है. चाईबासा के ब्लड बैंक में प्रत्येक माह 79 थैलेसीमिया की मरीज को दो-दो यूनिट रक्त प्रदान की जाती है. जबकि दो सिकलसेल एनीमिया के मरीज को लाभ पहुंच रही है.
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ब्लड बैंक में ही लगता है अधिक शिविर
पश्चिम सिंहभूम के कई संस्थान ऐसे है जिसका बजट कम है वे सदर अस्पताल के ही ब्लड बैंक में शिविर लगाकर रक्त संग्रह करते है. इस साल अधिकतर ब्लड शिविर का आयोजन ब्लड बैंक में ही हुआ है. कम खर्च में ही रक्तदान शिविर का आयोजन हो जाता है. इससे संस्थान पर भार कम पड़ता. हालांकि सदर अस्पताल के ब्लड बैंक भी वैसे संस्थान का काफी सहयोग करते है जो नियमित रूप से रक्तदान शिविर आयोजित कर रक्त ब्लड बैंक में जमा कर रहे है.
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बिना संस्थान का ब्लड बैंक नहीं चलता
चाईबासा ब्लड बैंक के लैब टेक्निशियन मनोज कुमार ने बताया किप्रत्येक साल सात से आठ हजार यूनिट सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में जमा हो रहा है. जिले के कुल 52 संस्थान ऐसे है जो नियमित रूप से रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहे है. जो एक गर्व की बात है. बिना संस्थान का ब्लड बैंक नहीं चलता है. इस विश्व ब्ल्ड रक्तदान दिवस पर सभी को बधाई देता हूं. 79 थैलेसिमिया व दो सिकलसेल एनिमिया के मरीज है जो प्रत्येक माह दो-दो यूनिट का लाभ लेते है.
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