Chaibasa (Sukesh Kumar) : पश्चिमी सिंहभूम के शिक्षित बेरोजगारों की स्थिति बद से बदतर हो गई है. जिले के सैकड़ों युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत पिछले 2 साल पूर्व आवेदन किया गया था. लेकिन उन्हें अभी तक उक्त योजना के तहत किसी तरह का लाभ नहीं मिला. शिक्षित बेरोजगार युवा जिला कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन पदाधिकारी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. अब तक तीन बार रिमाइंडर आवेदन दिया जा चुका है. लेकिन अभी तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई. मंगलवार को पश्चिमी सिंहभूम के विभिन्न स्थानों से लगभग 20 की संख्या में बेरोजगार युवा जिला कार्यालय पहुंचे.
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उपायुक्त के आदेश के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई
उपायुक्त अन्यय मित्तल ने शिक्षित बेरोजगार युवाओं को डीडब्ल्यूओ से मिलने संबंधित आश्वासन दिया था. लेकिन उपायुक्त के आदेश के बावजूद हुई डीडब्ल्यूओ लक्ष्मण हरिजन युवाओं से नहीं मिले. मंगलवार को युवाओं ने मिलने संबंधित उनसे संपर्क किया. मिलने का समय दिया. लेकिन पदाधिकारी उनके कार्यालय पहुंचने से पूर्व ही सरायकेला निकल चुके थे. जिसके कारण आज भी मुलाकात नहीं हो पाई. मौके पर मुख्य रूप से तुराम मूंदीया, सिद्धू कायम, बनवाली बारी, जयसिंह कायम, अशोक मुंडारी, बालेंद्र हेस्सा, नारायण कंडियांग, बायगो बोदरा समेत काफी संख्या में युवा बेरोजगार उपस्थित थे.
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सही से नहीं चल रही सरकार की योजनाएं
बेरोजगार युवा मानकी तुबिद का कहना है कि एक तो सरकार की ओर से किसी तरह का बहाली निकाल रहा है. ऊपर से जो योजना चला रही है उसको भी धरातल पर सही से नहीं चलाया जा रहा. मुख्यमंत्री स्वरोजगार सृजन योजना के तहत लगभग पश्चिमी सिंहभूम के सैकड़ों युवाओं ने आवेदन किया है. लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिल रहा. बेरोजगार युवाओं का कहना है कि सरकार की ओर से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत आवेदन करने के लिए विज्ञापन निकाला गया था. 50,000 से अधिक स्वरोजगार करने के लिए राशि प्रदान किया जाएगा. हम सबों का आवेदन स्वीकृति भी हो चुका है. लेकिन अभी तक उसका लाभ नहीं मिला.
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समस्या को गंभीरता से लेने की मांग
युवा शिक्षित बेरोजगार बानगो बोदरा ने कहा कि पदाधिकारी को जब मुलाकात ही नहीं करना था तो फिर हमें समय क्यों दिया. जैसे ही कार्यालय पहुंचे कुछ देर पहले ही सरायकेला निकल गए. उपायुक्त के आदेश की भी अवहेलना किया जा रही है. उपायुक्त ने डीडब्ल्यूओ को मुलाकात करने का आदेश भी दिया है. लेकिन वे उनसे मुलाकात करना नहीं चाह रहे. हमारी समस्या को गंभीरता से लिया जाए. पिछले 2 साल पूर्व ही हम युवा आवेदन कर चुके हैं. स्वीकृति भी हो चुकी है लेकिन हमें लाभ नहीं मिला.