Chakradharpur (Shambhu Kumar): चक्रधरपुर के टोकलो रोड में पवन बिस्कुट फैक्ट्री की जमीन की करोड़ों रुपये में हुई बिक्री में गलत तरीके से रजिस्ट्री करने को लेकर जमीन के खरीदार परेशान हैं और अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. जमीन पर खरीदारों ने भवन का निर्माण भी करा दिया गया है, लेकिन बिजली विभाग द्वारा बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है.
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आठ एकड़ की जमीन के लिये 50 से अधिक रजिस्ट्री
लगभग आठ एकड़ की जमीन के लिये 50 से अधिक रजिस्ट्री हुई है. जमीन पर कई का प्रकार विवाद व बकाया होने के बावजूद रजिस्ट्री होने पर जमीन के खरीदार ऋषभ छाबड़ा ने रजिस्ट्रार से आरटीआई कर जवाब मांगा है. चक्रधरपुर के टोकलो रोड स्थित पवन बिस्कुट फैक्ट्री की जमीन को शहर के कई लोगों ने अलग-अलग भाग में खरीदा है, लेकिन उक्त जमीन पर बिजली विभाग का लगभग 78 लाख रुपये 88 हजार रुपये बिजली बिल बकाया है. इसके कारण उक्त जमीन पर मकान बनाने वाले खरीदारों को बिजली विभाग द्वारा बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है.
कोर्ट नोटिस पर भी उपस्थित नहीं हो रहे जमीन विक्रेता
गलत जानकारी देकर जमीन मालिक उद्योगपति रामावतार बिंजराजका व पवन अग्रवाल द्वारा धोखे में रखकर जमीन बेची गई है. जमीन खरीदारों ने इसे लेकर जमीन के मालिक पर मामला भी दर्ज कराया है. मामला दर्ज होने के बाद कोर्ट के आदेश पर जमीन बेचने वालों के खिलाफ कई बार नोटिस भी जारी किया गया. जमीन मालिक रामावातार बिंजराजका के घर के बाहर लगे नोटिस को भी एक दिन बाद ही हटा दिया गया. जबकि जमीन विक्रेता बीमारी की बात कहकर उपस्थित नहीं हो रहे हैं. इधर जमीन खरीदने वाले लोगों का कहना है कि रजिस्ट्री विभाग के अधिकारियों के मिलीभगत के कारण ही करोड़ों जमीन की बिक्री हुई है और इसकी जांच भी नहीं हुई.
एक सप्ताह बाद भी आरटीआई का नहीं मिला जवाब, अधिकारी ने कहा मुझे नहीं है जानकारी
चक्रधरपुर निवासी ऋषभ छाबड़ा ने टोकलो रोड में रामावातार बिंजराजका से 49 लाख 35 हजार रुपये में जमीन खरीदा है. ऋषभ छाबड़ा ने आरटीआई के तहत जानकारी मांगी है कि आखिर किस तरीके से बिना जांच के जमीन की रजिस्ट्री की गई है. इस पर ऋषभ छाबड़ा को अब तक जवाब नहीं मिला है. ऋषभ छाबड़ा ने 4 नवंबर को आरईटीआई के तहत जवाब मांगा था, इसकी रसीद भी ऋषभ छाबड़ा के पास है. पोड़ाहाट अनुमंडल के रजिस्ट्रार पदाधिकारी गिरजानंद किस्कू से इस बारे में पूछे जाने पर उनका कहना है कि मुझे इस बारे में किसी प्रकार की जानकारी नहीं है. वहीं कार्यालय के एक बड़ाबाबू स्वीकारते हैं कि ऋषभ छाबड़ा ने आरटीआई के तहत जवाब मांगा है.
मुझे धोखे में रखकर बेची गई जमीन: ऋषभ छाबड़ा
चक्रधरपुर के पुरानी रांची रोड निवासी ऋषभ छाबड़ा का कहना है कि मुझे धोखे में रखकर जमीन बेची गई है. साथ ही अन्य खरीदारों के साथ ही धोखा किया गया है. उक्त जमीन पर पुराना विवाद रहने के कारण कोर्ट में मामला भी चल रहा है. साथ ही बिजली विभाग पर 78 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज है. इसके बावजूद जमीन मालिक रामावातार बिंजराजका ने सेल डीड के साथ दिये गये स्वघोषणा पत्र में यह लिखा है कि जमीन पर किसी प्रकार का ऋण भार नहीं है, संबंधित कागजात मेरे पास है. उन्होंने कहा कि क्या ऐसा नियम है कि जमीन पर मामले हो और उसकी रजिस्ट्री कर दिया जाएं. उन्होंने कहा कि जमीन की रजिस्ट्री में विभाग के अधिकारियों की भी मिलीभगत है, जिसके कारण मुझे समय पर जवाब नहीं दिया जा रहा. इसकी गहनतापूर्वक जांच होनी चाहिए.
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