Chakradharpur (Shambhu Kumar) : कोल्हान नितिर तुरतुंग स्टडी सेंटर सह सगोम लाइब्रेरी, आदिवासी हो समाज युवा महासभा के द्वारा चलाई जा रही जागरूकता अभियान के तहत हो भाषा को भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध कराने को लेकर विद्यार्थियों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री के नाम पत्र लिखकर भेजा है. भेजे गए पत्र में कहा गया कि हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने से हो भाषा की एक पहचान बनेगी और इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलगी.
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जनजन तक प्रसारित होगी हो भाषा
वहीं हो भाषा में एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध हो जाएगी और स्कूल और कॉलेज की किताबें हो भाषा में सरलता से उपलब्ध हो जाएगी. हो भाषा आठवीं अनुसूची में शामिल होने से साहित्य अकादमी से मान्यता मिल जायेगी और साहित्यकारों और कवियों को उचित प्रोत्साहन मिलेगा. इस भाषा का अन्य मान्यता प्राप्त भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा. भाषा के उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा जैसी अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षाएं हो भाषा में लिख सकेंगे. हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल होने से इसे संरक्षित करने, बढ़ावा देने से जनजन तक प्रसारित होगी. मौके पर रबिन्द्र गिलुवा, प्रेम सिंह डांगिल, हेमंत सामड, पंकज बांकिरा, मंजिल बनरा, गौतम गागराई मंगल सिंह केराई, सुजाता हांसदा व अन्य मौजूद थे.
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