Chakulia : चाकुलिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 10 स्थित सरकारी जमीन पर बसी बीड़ी बस्ती के लगभग 35 परिवार स्वच्छ भारत मिशन के दौर में भी खुले में शौच करने को मजबूर हैं. बस्ती से सटा 22 लाख की लागत से निर्मित सार्वजनिक शौचालय देखरेख के अभाव में जर्जर हो गया है. इन गरीब परिवारों के लिए शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है. शौचालय के अभाव में सर्वाधिक परेशानियां महिलाओं को होती हैं. शौच करने के लिए उन्हें भोर या फिर शाम का इंतजार करना पड़ता है.
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बस्ती वासियों की परेशानी बढ़ी
बीड़ी बनाने वाले उक्त मजदूर परिवार पहले रेलवे लाइन के किनारे बसे थे. वर्ष 2021 में रेलवे ने जब अतिक्रमण हटाया तब इन्हें विद्युत सब स्टेशन से सटी सरकारी जमीन पर बसाया गया. परंतु इनके लिए पानी और शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई. यही कारण है कि यहां के ग्रामीण खुले में शौच करने के लिए बाध्य हैं. बस्ती वासियों को सड़क के किनारे स्थित सरकारी नल के पास खुले में नहाना पड़ता है. बस्ती के पास नगर पंचायत के तहत 22 लाख की लागत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया गया था. परंतु यह शौचालय भी रखरखाव के अभाव में बर्बाद होकर उपयोग के लायक नहीं रह गया है. इसके कारण बस्ती वासियों की परेशानी और बढ़ गई है.