Chakulia : चाकुलिया प्रखंड के पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे उत्तर के पहाड़ और जंगलों में मोर समेत अन्य कई वन्य प्राणियों की संख्या में इजाफा हुआ है. पहाड़ और जंगलों से सटे गांव में मोर घूमते फिरते हैं. ग्रामीणों से हिल मिल गए हैं. ग्रामीण उन्हें दाना भी देते हैं. बड्डीकानपुर-कालापाथर और चालुनिया पंचायत में कान्हाईश्वर पहाड़ से मधुपुर इलाके के पहाड़ और जंगल पेड़ पौधों से लहलहा रहे हैं. इन इलाकों की वन सुरक्षा समितियां जंगलों को बचाने में प्रयासरत हैं. जंगल में वृक्ष काटने और वन्य प्राणियों की हत्या करने पर प्रतिबंध है. जंगल को आग से भी समिति के सदस्य बचाते हैं. इस इलाके में जंगल में आग लगी की घटनाएं भी कम हुई हैं.
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जंगल को संरक्षित करने से वन्य प्राणियों में होगा इजाफा
मधुपुर वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न मुंडा और सचिव चंडी चरण मुंडा के मुताबिक जंगल और पहाड़ में मोरों की संख्या में वृद्धि हुई है. वे कहते हैं कि जंगल और पहाड़ से निकलकर मोर पानी और दाना के लिए गांव में आ जाते हैं. दुबराजपुर वन सुरक्षा समिति की अध्यक्ष बसंती हांसदा ने कहा कि क्षेत्र के जंगलों में काफी मोर देखे जा रहे हैं. गर्मी के मौसम में मोर पानी पीने के लिए गांव के तालाब में आते हैं. उन्होंने कहा कि जंगलों में जंगली सूअर और वन मुर्गी भी देखे जा रहे हैं. विगत दो वर्षों में इनकी संख्या में वृद्धि हुई है. वन सुरक्षा समितियों के पदाधिकारियों का कहना है कि इस इलाके के पहाड़ और जंगल को और बेहतर तरीके से संरक्षित किया जाएं तो वन्य प्राणियों की संख्या में भारी इजाफा होगी.