Chakulia : टैक्स चोरी करने के लिए हाईवे की बजाए बहरागोड़ा से माटिहाना- चाकुलिया सड़क से चाकुलिया नगर पंचायत के मुख्य बाजार क्षेत्र होते हुए ओवरलोड भारी माल वाहक वाहन रात दिन मौत बनकर गुजर रहे हैं. इन वाहनों के कारण अक्सर बाजार में जाम लग जा रही है. इसके कारण समाज का हर तबका परेशान है. इन वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने के लिए पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने बिरसा चौक पर धरना दिया और कई मौकों पर वरीय पदाधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा. बावजूद, नगर पंचायत के जनप्रतिनिधि और तमाम सरकारी पदाधिकारी तमाशबीन बने हैं. ऐसे भारी मालवाहक वाहन कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना के कारण बन सकते हैं.
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ट्रक का चक्का नाली में घुसा, बड़ी दुर्घटना टली
विगत रात्रि नगर पंचायत के पुराना बाजार में एक अनियंत्रित ट्रक का चक्का नाली में फंस गया और एक बड़ी दुर्घटना टल गई. नाली में चक्का फंस जाने के कारण ट्रक सड़क पर रहा और इसके कारण शनिवार कि सुबह में जाम लग गई. बड़ी मुश्किल से वाहनों का परिचालन परिचालन हो रहा था. बाजार क्षेत्र में ऐसी स्थिति हर रोज कहीं ना कहीं देखने को मिल रही है. आवाम परेशानी झेल रही है. खासकर स्कूली बच्चों को विद्यालय आने और जाने में मुश्किलें हो रही हैं.
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माटिहाना-चाकुलिया सड़क पर हो चुकी हैं कई मौतें
माटिहाना – चाकुलिया सड़क पर भारी मालवाहक वाहनों के परिचालन के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और इनमें कई की मौत भी हो चुकी है. विगत दिनों इस सड़क पर चंदरपुर के पास एक भारी मालवाहक वाहन से कुचल कर एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. तब ग्रामीणों ने भारी बवाल किया था और भारी मालवाहक वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने के लिए कई घंटा तक सड़क को जाम कर दिया था. इसके बाद कुछ दिनों तक भारी मालवाहक वाहनों का परिचालन बंद था. परंतु दोबारा इन वाहनों का परिचालन शुरू हो गया है. तेज रफ्तार से ऐसे वाहन चाकुलिया भीड़ भरे मुख्य बाजार सड़क से गुजरते हुए पश्चिम बंगाल जा रहे हैं और आ रहे हैं.
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प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवाल
मुख्य बाजार होकर धड़ल्ले से गुजर रहे भारी मालवाहक वाहनों के परिचालन के मसले पर प्रशासनिक पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर आम लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं. क्योंकि प्रखंड कार्यालय में हुई पंचायत के जनप्रतिनिधियों की बैठक में यह मुद्दा कई बार छाया और जनप्रतिनिधियों ने इस पर रोक लगाने की मांग की. प्रखंड की प्रमुख कविता साव ने घाटशिला के अनुमंडल पदाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा. इससे भी बात नहीं बनी तो महिलाओं के नेतृत्व में बिरसा चौक पर धरना दिया. बावजूद, प्रशासनिक पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने भारी मालवाहक वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने के लिए कोई पहल नहीं की.