Chakuliya : हिंदी दिवस के अवसर पर बुधवार को चाकुलिया के शांति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में वाटिका खंड के भैया – बहनों की माताओं के लिए एक संगोष्ठी आयोजित की गयी. संगोष्ठी में उपस्थित माताओं को संबोधित करते हुए विद्यालय के अध्यक्ष प्रभात झुनझुनवाला ने कहा कि बच्चों की प्रथम गुरु मां होती है. बच्चे का भविष्य गढ़ने में मां का दायित्व सबसे अधिक होता है. आप सभी माताएं घर में बच्चों पर विशेष ध्यान देकर उनका शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास करने में विद्यालय का सहयोग करें. उन्होंने कहा कि विद्यालय आपके बच्चों को गुणवत्तापूर्ण, संस्कार युक्त शिक्षा देने के लिए कृत संकल्पित है.
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माताओं ने भी अपने-अपने सुझाव रखे
प्रधानाचार्य कमलाकांत प्रमाणिक ने कहा बच्चों को खानपान में सात्विक भोजन ही अधिक दिया करें. टिफिन में पैकेज फूड फास्ट फूड नहीं देकर मां के हाथों बना खाना ही दें. फास्ट फूड जैसे खाद्य पदार्थ आपके बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालते हैं. अतः इसे नजर अंदाज करने का प्रयास करें. उन्होंने कहा बच्चों को कार्टून हिंसात्मक दृश्य आदि टीवी पर ना दिखाएं. बल्कि बच्चों को घर में शिक्षाप्रद कहानी, महापुरुषों से संबंधित कथा सुना कर उन्हें संस्कारवान नागरिक बनाने का प्रयास करें. बच्चों को गृह कार्य करने के लिए दबाव कदापि ना दें. बच्चों के वर्ग शिक्षक से मिलकर बच्चों की गतिविधियों की जानकारी अवश्य प्राप्त करते रहें. गोष्ठी में माताओं की ओर से भी कई सुझाव आए. जिस पर प्रधानाचार्य ने कहा आपके सुझाव पर अवश्य अमल किया जाएगा.
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80 माताओं ने संगोष्ठी में लिया भाग
बैठक की अध्यक्षता मौसमी दास ने की. इस अवसर पर प्रबंधन समिति के सदस्य हार्दिक जादव उपस्थित थे. संगोष्ठी में 80 माताओं ने भाग लिया. इनमें सुप्रिया मलिक, प्रियंका महतो, कामिनी सिंह, प्रतिमा सीट, सुनीता हेंब्रम, लक्ष्मी दास, शारदा दास, अनु बेरा आदि की उपस्थिति रही. संगोष्ठी को सफल बनाने में वाटिका खंड की दीदी वंदना दास ,मनीषा महतो ,धरित्री महतो ,नमिता रावत ,सीमा पांडेय ने अहम भूमिका निभाई. अंत में शांति मंत्र के साथ संगोष्ठी का समापन किया गया.