Chakulia : चाकुलिया प्रखंड में वन विभाग के तहत विभिन्न सड़कों के किनारे रोपित विभिन्न प्रजाति के पौधे सुरक्षित नहीं है. सड़कों के किनारे रोपित हजारों पौधे देखरेख के अभाव में या तो सूख गए या फिर सड़क के किनारे झाड़ियों में लगी आग से जल गए. इसका ज्वलंत उदाहरण है दीघी सिद्धू-कान्हू मोड़ से राजबांध प्राथमिक विद्यालय तक सड़क के किनारे वर्ष 2015-16 में रोपे गए विभिन्न प्रजाति के 1000 पौधे. वन विभाग वन रोपण के तहत पौधे गए थे. आज पौधों की निशानी तक नहीं है.
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देखरेख के आभाव में बांस के गैबियन नष्ट हो गए
जानकारी के मुताबिक वन विभाग द्वारा पौधों के उचित देखरेख नहीं की गई. पौधों की सुरक्षा के लिए बनाए गए बांस के गैबियन दो साल पूर्व ही नष्ट हो गए थे. इसके कारण अधिकांश पौधों को मवेशी चर गए. जो पौधे बचे थे वह सड़क के किनारे लगी झाड़ियों में आग से जल गए. प्रखंड क्षेत्र में कई ऐसी सड़कें हैं, जिनके किनारे वन विभाग द्वारा रोपे गए पौधे देखरेख के अभाव में सूख कर बर्बाद हो चुके हैं. इसी तरह पिछले वर्ष वन महोत्सव के दौरान धालभूमगढ़-बेंद सड़क के किनारे विभिन्न प्रजाति के 2300 पौधों का रोपण हुआ था. आज स्थिति यह है कि अधिकांश पौधे देखरेख के अभाव में सूखते जा रहे हैं. पौधों की सुरक्षा के लिए बनाए गए बांस के गैबियन नष्ट हो रहे हैं.
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