Ranchi: राज्य सरकार ने जनजातीय भाषा में पढ़ाई शुरू करने पर जोर दिया है. इसे लेकर सीएम चंपाई सोरेन ने मंगलवार को झारखंड विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की. सीएम ने अफसरों को निर्देश दिया कि झारखंड की समृद्ध स्थानीय जनजातीय भाषाओं को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों में अध्यनरत विद्यार्थियों को जनजातीय भाषा की शिक्षा उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये.
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शिक्षकों की जल्द हो नियुक्ति
जनजातीय भाषा की पढ़ाई के लिए संताली, हो, कुड़ुख, खड़िया, मुंडारी सहित सभी जनजातीय भाषाओं के विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति शीघ्र की जाये. प्रारंभिक कक्षाओं से ही जनजातीय भाषा की पढ़ाई शुरू हो सके, इस निमित्त सभी तैयारियां जल्द करें. सीएम ने कहा कि विभाग प्राप्त आंकलन के आधार पर सभी प्रक्रिया ससमय पूरा कर लें. इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री दीपक बिरुवा, अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव कृपानंद झा, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमा शंकर सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.
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