Chandil : रांची लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय सेठ शनिवार को पूर्व सूचना पर चांडिल डैम रोड स्थित पुनर्वास कार्यालय पहुंचे. इस दौरान सांसद संजय सेठ ने पुनर्वास कार्यालय एवं भू अर्जन के विभिन्न विभाग के कार्यालय में घूम-घूम कर निरीक्षण किया. कुछ कार्यालय में ताला लटका मिला एवं कुछ कार्यालय में कर्मचारी नदारद रहे. इस दौरान सांसद द्वारा कार्यालय में मिले एक-दो कर्मचारी से पूछे जाने पर बताया गया कि सारे कर्मचारी चाय पीने गये हैं तो किसी ने बताया कि कर्मचारी छुट्टी पर हैं. सांसद द्वारा कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी मांगे जाने पर कार्यालय का बड़ा बाबू ही गायब मिला.
कर्मचारियों के नदारद रहने से विस्थापित हो रहे परेशान
इस दौरान सांसद श्री सेठ ने अपर निदेशक रंजना मिश्रा से पुनर्वास को लेकर निर्गत अनुदान राशि, पुनर्वास फंड, कितना अनुदान राशि का भुगतान हुआ है, वर्तमान में क्या स्थिति है, भू अर्जन एवं पुनर्वास कार्यालय और बहुद्देशीय परियोजना में क्या-क्या विकास का कार्य हो रहा है आदि के बारे में जानकारी ली. इस दौरान सांसद संजय सेठ ने बताया कि चांडिल डैम बने लगभग 35-36 साल हो गये. डैम जब बना तो लगा वरदान होगा लेकिन अब तो अभिशाप के रुप में है. विस्थापित परेशान हैं, विस्थापितों को न्याय नहीं मिला है. विस्थापित अपने काम से पुनर्वास कार्यालय आते हैं लेकिन कार्यालय में पदाधिकारी एवं कर्मचारी नदारद रहने के कारण विस्थापित निराश होकर वापस चले जाते हैं. पुनर्वास कार्यालय एवं भू अर्जन विभाग में पदाधिकारी एवं कर्मचारी नदारद रहने को लेकर सांसद संजय सेठ ने बताया कि इसको लेकर जल संसाधन के सचिव से मिलेंगे और कहेंगे कि ऐसे विभाग को चलाने का क्या फायदा है, बंद कर दें. साथ ही मुख्यमंत्री को लिखित रूप से शिकायत करेंगे. उन्होंने बताया एक सांसद के आने की पूर्व सूचना होने के बाबजूद कार्यालय में 90 प्रतिशत कर्मचारी नदारद पाये गये. जिसके कारण विस्थापितों के साथ न्याय नहीं हो पा रहा है. वहीं, अपर निदेशक रंजना मिश्रा ने बताया कि 24 नवम्बर को चिलगु पुनर्वास में अनुदान राशि को लेकर कैंप रखा गया है. सांसद के निरीक्षण के क्रम में अपर निदेशक रंजना मिश्रा, पुनर्वास पदाधीकारी राजीव गाड़ी, खुदी सिंह सरदार, सांसद प्रतिनिधि विशाल चौधरी, दिलीप महतो, राजेश महतो, खगेन महतो, रामकृष्ण महतो, आकाश महतो आदि उपस्थित थे.