Chandil : नीमडीह प्रखंड के जुगिलोंग गांव में 17 जंगली हाथियों के झुंड ने विगत एक माह से आतंक मचा रखा है. जंगली हाथियों के आतंक से जुगिलोंग गांव के किसान काफी परेशान हैं. किसानों के खेत में लगी धान की फसल में बालियां भर गई हैं. धान पकने के कगार पर है. कुछ ही दिनों में किसान धान की कटाई में जुट जाएंगे. इससे पहले ही जंगली हाथियों का झुंड किसानों के खेत में लगी धान की फसल को अपना निवाला बनाते हुए रौंद कर बर्बाद कर दे रहे हैं. वहीं बुधवार की सुबह जंगली हाथियों का झुंड जुगिलोंग गांव के खेत में घुस गया और धान की फसल को खाया भी और रौंदे जाने से काफी फसल तबाह भी हुई. दूसरी ओर, जंगली हाथियों को भगाने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे.ग्रामीण ट्रैक्टर, पटाखे आदि के सहारे हाथियों के झुंड को भगाने का प्रयास किया लेकिन वे कायमाब नहीं हो सके. जंगली हाथियों के झुंड ने गांव के जंगल में जाकर डेरा डाल लिया.
वन विभाग हाथियों को भगाए और फसलों का मुआवजा दे
इस संबंध में जुगिलोंग गांव के ग्राम प्रधान मधुसूदन गोप ने कहा कि विगत एक माह से जंगली हाथियों का झुंड गांव में जमकर उत्पात मचा रहा है. शाम ढलते ही हाथियों का झुंड गांव में घुस जा रहा है. खेत में धान की खड़ी फसल को अपना निवाला बना कर बर्बाद कर रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण हाथियों के डर से शाम को घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. वहीं उन्होंने कहा कि लगातार एक माह से जंगली हाथी यहां डेरा जमाए हुए हैं, लेकिन वन विभाग इन्हें रोकने में अब तक नाकाम साबित हुआ है. ग्रामीणों द्वारा विभाग से मांग करने के बावजूद विभाग की ओर से अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है. जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. समय रहते अगर वन विभाग जंगली हाथियों का झुंड को गांव से दूर किसी सुरक्षित जंगल में नहीं ले जाकर छोड़ता है तो आने वाले दिनों में ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन जाएगी. उन्होंने वन विभाग से मांग करते हुए कहा कि वन विभाग क्षतिग्रस्त फसलों का जायजा ले व किसानों को क्षतिग्रस्त धान की फसलों का मुआवजा दे.