Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल प्रखंड क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. अलग-अलग झुंड में बंटे हाथी रोज कहीं न कहीं अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. गुरुवार की देर रात हाथियों का झुंड चांडिल प्रखंड के कुरली गांव में जमकर उत्पात मचाया. इस दौरान हाथियों ने करीब आधा दर्जन लोगों के मकानों को तोड़ दिया और किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया. हाथियों के झुंड ने घर के अंदर रखे अनाज को अपना निवाला बनाया, बर्तनों को क्षतिग्रस्त किया और घर के बाहर पेड़-पौधों को भी नुकसान पहुंचाया. हाथियों के झुंड ने कुरली गांव के सुखराम माझी के मकान और अन्य सामान को अधिक नुकसान पहुंचाया. उनके मकान को क्षतिग्रस्त करने के साथ ही हाथियों के झुंड ने मकान के अंदर रखे अनाज को खा लिया और बर्तनों को तोड़ दिया. घर के अंदर रखे बर्तनों को हाथियों के झुंड ने खेतों के बीच तक पहुंचाया.
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हाथियों के भगाने के लिए कुछ नहीं था ग्रामीणों के पास
हाथियों के झुंड ने गुरुवार की रात करीब 11:30 बजे से शुक्रवार अहले सुबह करीब 3:30 बजे तक गांव में उत्पात मचाते रहे. इस दौरान हाथियों के झुंड ने सुखराम माझी के अलावा करमा माझी, बाबूराम माझी, राकेश माझी, लखीराम माझी, लकीश्वर माझी समेत अन्य किसानों के मकानों और फसलों को नुकसान पहुंचाया. गांव के माझी बाबा संजीव टुडू ने बताया कि ग्रामीण विवश होकर हाथियों का उत्पात देखते रहे. वन विभाग की ओर से ग्रामीणों को हाथियों को भगाने और उनसे सुरक्षित रहने के लिए किसी प्रकार की सामग्री नहीं दी गई है.
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ग्रामीणों ने वन विभाग से लगाई सुरक्षा की गुहार
जंगली हाथियों के उत्पात मचाए जाने के बाद कुरली गांव के ग्रामीणों ने शुक्रवार की सुबह वन विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. इसके साथ ही ग्रामीणों ने जंगली हाथियों को वापस जंगल की ओर खदेड़ने, ग्रामीणों को हाथियों से सुरक्षित रहने के लिए पर्याप्त संसाधन मुहैया कराने और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले भी हाथियों का झुंड मकान और फसल को क्षति पहुंचा चुके हैं. उस समय से जंगली हाथियों का झुंड गांव के आसपास ही विचरण कर रहा है. झुंड में करीब दो दर्जन हाथी शामिल है. बावजूद इसके वन विभाग हाथियों को वापस जंगल की ओर खदेड़ने के लिए किसी प्रकार की कोई ठोस पहल नहीं कर रहा है. गांव के आसपास हाथियों का झुंड रहने से ग्रामीण जानमाल के नुकसान को लेकर भयभीत हैं.