Chandil (Dilip Kumar) : झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से ईचागढ़ प्रखंड के देवलटांड़ में प्लस टू विद्यालय का भवन निर्माण कराया जा रहा है. इसके लिए निविदा हो चुकी है. शुक्रवार को भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया. शिक्षा विभाग के सहायक अभियंता राजकुमार प्रसाद सिन्हा, कनीय अभियंता गणेश कुमार, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष भगीरथ प्रमाणिक, गौरी प्रसाद लायक, विद्यालय के प्रधानाचार्य, सहयोगी शिक्षक समेत कई ग्रामीणों की उपस्थिति में मुखिया विपिन सिंह मुंडा ने भवन निर्माण का शिलान्यास किया. विद्यालय भवन का निर्माण पांच हजार दो सौ वर्ग फीट में किया जाना है. प्लस टू विद्यालय भवन का निर्माण कार्य शुरू होने पर शिक्षा प्रेमी ग्रामीणों ने खुशी का इजहार किया है.
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शौचालय के अलावा बिजली की रहेगी सुविधा
दो मंजिला विद्यालय भवन में अलग से स्टाफ रूम की व्यवस्था है. वहीं शौचालय की भी सुविधा रहेगी. भवन में बिजली संबंध देने के साथ कमरों में लाइट व पंखा भी लगाया जाएगा. 11 कमरों के विद्यालय भवन बनने से विद्यार्थियों को पढ़ाई में अब किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी. प्रर्याप्त कमरा रहने से सभी क्लास अलग-अलग कमरों में चलाया जा सकेगा. इस संबंध में कनीय अभियंता ने बताया कि भवन निर्माण का काम 12 महिनों में पूरा करना है. निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच ग्रामीण समय-समय पर करते रहेंगे. किसी प्रकार की अनियमितता होने पर उन्हें जानकारी देने की अपील की गई है. मुखिया विपिन सिंह मुंडा ने कहा कि विद्यालय भवन निर्माण कार्य में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. शिक्षा के मंदिर का निर्माण प्राक्कलन के अनुसार गुणवत्तापूर्ण रूप से होनी चाहिए.
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नहीं होगी बोरिंग, कहां से मिलेगा पानी
देवलटांड में बनने वाले दो मंजिला प्लस टू विद्यालय भवन में विद्यार्थियों के लिए शौचालय की सुविधा दी गई है, लेकिन भवन के साथ पानी की व्यवस्था नहीं किया गया है. कनीय अभियंता गणेश कुमार ने बताया कि प्राक्कलन में बोरिंग करने का उल्लेख नहीं है. प्लस टू स्तर के छात्राओं के लिए शौचालय की सुविधा अतिआवश्यक है, लेकिन बगैर पानी की व्यवस्था किए शौचालय कहां तक उपयोगी होगा, यह सर्वविदित है. वहीं विद्यसलय भवन के साथ चारदीवारी की भी व्यवस्था नहीं किया गया है. कनीय अभियंता ने बताया कि विद्यालय के चारदीवारी और चापाकल के लिए अलग से मांग की जाएगी. उन्होंने बताया कि झारखण्ड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से राज्य स्तरीय योजना के तहत विद्यालय भवन का निर्माण कराया जा रहा है.
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