Chandil (Dilip Kumar) : तेजस्विनी परियोजना द्वारा कौशल विकास प्रशिक्षण के उपरांत ग्रामीण किशोरी व महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकती हैं. महिला व बाल विकास विभाग की ओर से प्रशिक्षण के उपरांत बैंक ऋण आदि उपलब्ध करवा कर स्वरोजगार के क्षेत्र में काम कर स्वावलंबी बनाने मे कारगर साबित हो रहा है. इसी के तहत ईचागढ़ के सोड़ो पंचायत सचिवालय में 60 किशोरी व महिलाओं को फूड प्रोसेसिंग पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. महिला, बाल विकास व समाजिक सुरक्षा विभाग झारखंड सरकार की ओर से तेजस्विनी परियोजना के तहत किशोरी व महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. फूड प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण लेने वाली सभी किशोरी व महिलाओं को प्रशिक्षण सामग्री, कीट आदि का भी वितरण किया गया है.
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महिलाओं को बैंक से मिलेगा ऋण
तेजस्विनी परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर अनिश अंसारी ने बताया कि सोड़ो पंचायत के बाद सितु व तुता पंचायत में भी प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा. तीन महीने तक चलने वाले प्रशिक्षण के बाद ग्रामीण किशोरी व महिलाएं गांव-घर में ही किसानों का उत्पाद खरीदकर आचार, सॉस, जूस, मुरब्बा आदि बनाकर उसे बाजार में बेचकर आमदनी कर सकती है. उन्होंने कहा कि फुड प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षित किशोरियों व महिलाओं को बैंक के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराकर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्रियों के लिए बाजार भी उपलब्ध कराया जाएगा.