Chandil (Dilip Kumar) : एआईडीएसओ ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के चित्र को पैरों तले रौंदने और उनकी जयंती मना रहे छात्र-छात्राओं पर अभाविप द्वारा किए गए हमले की निंदा की है. इस संबंध में एआईडीएसओ के जिला कोषाध्यक्ष प्रभात कुमार महतो ने कहा कि नेहरु पीजी कॉलेज, अशोकनगर, मध्यप्रदेश में देश की आजादी के आंदोलन के महानायक व गैर समझौतावादी धारा के प्रतिनिधि नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 126वीं जयंती के उपलक्ष्य में छात्रों द्वारा पुष्पांजलि व विचार प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था. उसी समय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) के पदाधिकारियों व बाहरी असामाजिक तत्वों ने छात्रों को कार्यक्रम करने से रोका और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोस्टर को फाड़ा व पैरों तले रौंदकर उनका अपमान किया. कॉलेज के छात्रों के विरोध करने पर उन पर हमला किया गया. छात्राओं के साथ मारपीट की. एआईडीएसओ के कार्यकर्ताओं सहित कार्यक्रम में शामिल छात्रों के साथ मारपीट की गई.
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राष्ट्रीय महासचिव ने भी की निंदा
एआईडीएसओ के राष्ट्रीय महासचिव सौरव घोष ने उपरोक्त घटना की निंदा करते हुए कहा कि सत्ताधारी भाजपा सरकार आरएसएस एक तरफ कार्यक्रम कर रही है, वहीं दूसरी तरफ उनके ही छात्र संगठन अभाविप नेताजी के विचारों पर आधारित पोस्टर को पैरों तले रौंद रहा है. यह बेहद शर्मनाक है. इससे साफ होता है कि इनका नेताजी सुभाषचंद्र बोस के विचारों व आदर्शों से कोई लेना देना नहीं है. केवल चुनावी फायदे के लिए ही सत्ताधारी पार्टी और इनके संगठन नेताजी को भुना रहे हैं. उन्होंने घटना की कड़ी निंदा की है.