Chandil (Dilip Kumar) : हाथियों के लिए सुरक्षित दलमा अभयारण्य के माकुलाकोचा में वन विभाग की निगरानी में बांधकर रखे गए चंपा हथनी की बीमारी के बाद रविवार को मृत्यु हो गई. तीन दिन पहले चंपा गिर गई थी. जिसके बाद वह कोमा में चली गई थी. हथनी के काेमा में जाने के बाद वन विभाग की ओर से उसका इलाज किया जा रहा था. इलाज के क्रम में रविवार को 67 वर्षीय चंपा हथनी की मृत्यु हो गई.
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जामताड़ा में सीज किया गया था चंपा को
चंपा हथनी को वर्ष 2010 से माकुलाकोचा में रखा गया था. उसे झारखंड के जामताड़ा से वन विभाग ने सीज किया था. वर्ष 2010 में जामताड़ा से वन विभाग ने घर-घर घुमने वाले महावतों से तीन हाथी सीज किया था. उनमें से एक हाथी को उच्च न्यायालय के आदेश के बाद महावत को वापस कर दिया गया था. दो साल पहले दूसरे हथनी रमावती की मृत्यु हो गई थी. वहीं रविवार को तीसरे हाथनी चंपा का भी निधन हो गया.
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बुढ़ी हो गई थी चंपा
दलमा रेंज के रेंजर दिनेश चंद्रा ने बताया कि चंपा हाथनी की उम्र 67 वर्ष थी. पिछले तीन दिनों से बीमार चंपा को स्लाइन चढ़ाने के साथ दवाई दी जा रही थी. उन्होंने बताया कि तीन चिकित्सों की टीम चंपा का इलाज कर रहे थे. अधिक उम्र हो जाने के कारण चंपा की मृत्यु हो गई. वन विभाग के नियमानुसार चंपा का अंतिम संस्कार किया गया.