Chandil (Dilip Kumar) : रांची में होने वाले जी-20 की बैठक में विदेशी मेहमानों को झारखंडी कला-संस्कृति से भी रू-ब-रू कराया जाएगा. विदेशी मेहमानों के लिए राज्य का परंपरागत गीत-संगीत व नृत्य पेश किया जाएगा. बैठक में पहुंचे मेहमानों को झारखंड की लोकनृत्य छऊ की झलक भी देखने को मिलेगा. छऊ के साथ ही राज्य की अन्य लोक संस्कृति से विदेशी मेहमानों का मनोरंजन किया जाएगा. इसकी तैयारी जोरों से की जा रही है. राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोक कलाकार रांची पहुंचे हैं, जो अपनी कला की अमिट छाप विदेशी मेहमानों के बीच छोड़ेंगे.
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ईचागढ़ के कलाकार पेश करेंगे मानभूमी शैली का नृत्य
जी-20 देशों की बैठक में ईचागढ़ प्रखंड के नटराज कला केंद्र, चोगा के कलाकार मानभूमि शैली में छऊ नृत्य पेश करेंगे. बड़े मुखौटा के साथ भाव भंगिमा से परिपूर्ण छऊ नृत्य के माध्यम से ऐतिहासिक, सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों का प्रदर्शन किया जाता है. नटराज कला केंद्र चोगा के सचिव प्रभात महतो ने बताया कि कलाकारों का दल रांची पहुंचकर पूर्वाभ्यास भी कर रहे हैं. कई देशों में झारखंड की पारंपरिक छऊ नृत्य का प्रदर्शन कर इसे विश्वविख्यात बनाने वालों में से एक प्रभात महतो छऊ नृत्य के प्रति समर्पित कलाकार हैं.