- शिवालयों में हर-हर महादेव और ऊं नम: शिवाय से गूंजेगा वातावरण
Chandil (Dilip Kumar) : महाशिवरात्रि का पावन पर्व शुक्रवार को आठ मार्च को मनाया जाएगा. इसके लिए चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के प्रमुख शिवालयों में व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है. शिव मंदिर सज-धजकर तैयार हो रहे हैं. सुबह से ही शिवालयों में अपने आराध्यदेव पर जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी. इस अवसर पर कहीं से शिव बारात निकलेगी और कहीं भंडारा लगाया जाएगा. महाशिवरात्रि पर दलमा बाबा गुफा मंदिर, जयदा स्थित प्राचीनकालीन बुढ़ाबाबा शिव मंदिर, फदलोगोड़ा काली मंदिर परिसर में स्थित शिव मंदिर, जारगो महादेवबेड़ा जटाबाबा शिव मंदिर, ईचागढ़ के चतुर्मुखी शिव मंदिर समेत अन्य स्थानों में स्थित शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी. मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था किया गया है.
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जयदा में होगा रूद्राभिषेक
जयदा स्थित प्राचीनकालीन बुढ़ाबाबा शिव मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी महाशिवरात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा. दिन में बाबा भोलेनाथ और मां पार्वती की पूजा-अर्चना की जाएगी. इसके बाद अभिषेक कर श्रृंगार किया जाएगा. यहां भगवान महादेव का भव्य शृंगार करने के बाद रुद्राभिषेक किया जाएगा. यहां महाशिवरात्रि पर अनुमंडल क्षेत्र के अलावा दूर-दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. दलमा पहाड़ की चोटी पर गुफा के अंदर विराजमान देवों के देव महादेव के दर्शन-पूजन के लिए महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में शिवभक्त पहुंचते हैं. ऐसी मान्यता है कि दलमा शिवलिंग पर जलाभिषेक करने वालों की हर मन्नत पूरी होती हैं.इस वर्ष महाशिवरात्रि को लेकर मंदिर के चारों ओर दुकान लग चुके हैं और मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया है.
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शनिवार को मनाया जाएगा शिवरात्रि
फदलोगोड़ा वनदेवी काली मंदिर परिसर में स्थित शिव मंदिर में शनिवार नौ मार्च को महाशिवरात्रि मनाया जाएगा. इसकी जानकारी देते हुए मंदिर के श्रीमहंत सह जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष विद्यानंद सरस्वती ने बताया कि आठ मार्च को रात नौ बजे शिवरात्रि लग रहा है. इसलिए नौ मार्च शनिवार को मंदिर में शिवजी की आराधना की जाएगी. यहां महाशिवरात्रि के अवसर पर महामृत्युंजय जाप का आयोजन किया गया है. इसके बाद रुद्राभिषेक व हवन किया जाएगा. शिवमंदिर में 31 किलो चांदी से शिवलिंग और अरघा का निर्माण कराया गया है. 1995 में स्थापित मंदिर में श्रद्धालुओं की अटूट आस्था है. महाशिवरात्रि पर भजन-कीर्तन के साथ श्रद्धालुओं के लिए भंडारा भी होगा.