Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल डैम नौका विहार परिसर में बुधवार को मारांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की पुण्यतिथि मनाई गई. चांडिल बांध विस्थापित मत्स्यजीवि स्वाबलंबी सहकारी समिति लिमिटेड चांडिल की ओर से मनाई गई पुण्यतिथि के दौरान उपस्थित लोगों ने उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया. उपस्थित लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धाजंलि दी. इस अवसर पर उनकी आत्मा की शांति के लिए एक मीनट का मौन रखा गया. मारांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा खूंटी संसदीय क्षेत्र से सांसद भी चुने गए थे.
इसे भी पढ़ें : चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों के मुफ्त की रेवड़ी का वादाें के खिलाफ याचिका पर गुरुवार को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
आदिवासियों के मुखर आवाज थे मारांग गोमके
समिति के सचिव श्यामल मार्डी ने मौके पर कहा कि झारखंड अलग राज्य आंदोलन के प्रणेता मारांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए भी मुखर थे. संविधान सभा में उन्होंने आदिवासियों के हितों पर आवाज बुलंद की थी. उनके त्याग, समर्पण व बलिदान का परिणाम है कि संविधान में आदिवासियों को विशेष अधिकार मिले हैं और झारखंड अलग राज्य का गठन हुआ है. उनका सपना वृहद झारखंड का था, जो अबतक अधूरा है. झारखंड अलग राज्य के स्वप्नदृष्ट्रा, महान हॉकी खिलाड़ी, शिक्षाविद, कुशल राजनेता और संविधान सभा के सदस्य रहे जयपाल सिंह मुंडा अब लोगों के दिलों में मारांग गोमके के रूप में बसे हैं. मारांग गोमके का निधन 20 मार्च 1970 को हो गया था.