Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल के पत्थर उद्योग सहयोग समिति का एक प्रतिनिधिमंडल ईचागढ़ की विधायक सविता महतो के नेतृत्व में चालू सत्र के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात किया. इस दौरान चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में पत्थर क्रशर इकाई एवं पत्थर खनन पट्टा की समस्याओं के निवारण को लेकर मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा गया. मांग पत्र में पूर्व से स्वीकृत सरकारी क्षेत्र में साधारण पत्थर खनन पट्टा जिसका क्षेत्र 5 हेक्टेयर से कम हो वैसी खनन पट्टा का नवीनीकरण करने, झारखंड राज्य की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए पूर्व की तरह सरकारी क्षेत्र एवं रैयत क्षेत्र के 5 हेक्टेयर से कम क्षेत्र पर साधारण पत्थर खनन पट्टा देने, पत्थर क्रेशर इकाई से निर्धारित वन भूमि से 250 मीटर दूरी को 50 मीटर करने, वर्तमान राज्य सरकार की साधारण पत्थर का राजस्व दर प्रति घन मीटर 132 रुपये एवं 250 रुपये है.
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मुख्यमंत्री ने समस्या के समाधान का दिया आश्वासन
एक ही पत्थर का दो तरह की राजस्व दर को हटाकर प्रति घन मीटर 132 रुपये रखने, चांडिल अनुमंडल में पत्थर खनन पट्टा, ईटा भट्टा एवं बालू घाट आय का मुख्य स्रोत है, इस क्षेत्र पर रैयत का बंजर जमीन पर बृहद पैमाने पर पत्थर है. जिसे देखते हुए रेयत बंजर जमीन पर एक समय सीमा के लिए पूर्व की भांति टीपी परमिट बीना पर्यावरणीय स्वीकृति एवं सहमति से क्षेत्र जिला खनन पदाधिकारी को निर्गत कराने का अधिकार दिया जाए, ताकि रैयत बंजर जमीन से राज्य सरकार को राजस्व मिले, साथ-साथ शिक्षित बेरोजगार युवकों एवं मजदूरों को आसानी से रोजगार उपलब्ध हो सके आदि मांग की गई है. वहीं मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन देते हुए कहा कि जल्द ही सभी बिंदुओं पर चर्चा कर समस्या का समाधान कर लिया जाएगा.