Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल जंक्शन स्टेशन पर अब आधा दर्ज एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं होगा. रेलवे ने इन ट्रेनों का ठहराव बंद कर दिया है. इनमें 18615/18616 हटिया-हावड़ा क्रिया योगा एक्सप्रेस, 18181/18182 टाटा-छपरा एक्सप्रेस, 22891/22892 रांची-हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस, 13511/13512 आसनसोल-टाटानगर एक्सप्रेस, 12801/12802 पूरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और 13287/13288 दुर्ग-दानापुर एक्सप्रेस शामिल है. कोरोना संक्रमण काल के पूर्व इन ट्रेनों का ठहराव चांडिल जंक्शन रेलवे स्टेशन पर होता था. कोरोना प्रकोप के बाद स्थिति सामान्य होने पर जब ट्रेनों का परिचालन फिर से पूर्ववत किया गया तब से इन ट्रेनों का ठहराव चांडिल में नहीं हो रहा है. रेलवे ने इन ट्रेनों का ठहराव चांडिल जंक्शन रेलवे स्टेशन पर बंद कर दिया है, इसकी जानकारी दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अर्चना जोशी ने पत्र के माध्यम से स्थानीय भाजपा सांसद संजय सेठ को दी है.
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इन ट्रेनों में कम है यात्रियों की संख्या
दक्षिण-पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अर्चना जोशी ने कहा है कि यात्रियों की संख्या कम होने के कारण चांडिल रेलवे स्टेशन से इन ट्रेनों का ठहराव वापस लिया गया है. यात्रियों की संख्या में कमी के कारण चांडिल रेलवे स्टेशन में ठहराव व्यवहार्य नहीं है. वर्ष 2019-20 के दौरान चांडिल जंक्शन रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन औसतन पूरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में सर्वाधिक सात, रांची-हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस में चार, टाटा-छपरा एक्सप्रेस में तीन, हटिया-हावड़ा क्रिया योगा एक्सप्रेस व दुर्ग-दानापुर एक्सप्रेस में दो और आसनसोल-टाटानगर एक्सप्रेस में एक यात्री परिवहन किए हैं. ऐसे में इन एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव चांडिल जंक्शन रेलवे स्टेशन में व्यवहार्य नहीं है.
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सांसद ने कहा था जल्द होगा ट्रेनों का ठहराव
स्थानीय भाजपा सांसद संजय सेठ ने चांडिल में ट्रेनों की ठहराव की मांग पर कई बार रेलवे मंत्री व विभागीय चेयरमैन से मिलकर उन्हें पत्र सौंपा था. रेल मंत्री से मिलने के बाद सांसद ने कहा कि मंत्री से उन्हें सकारात्मक संदेश मिले है, जल्द ही चांडिल स्टेशन में कोरोना संक्रमण काल के पूर्व की तरह ट्रेनों का ठहराव शुरू होगा. लेकिन हुआ उल्टा, दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अर्चना जोशी ने सांसद को पत्र लिखकर विभाग की स्थिति से अवगत करा दिया है. ट्रेनों का ठहराव नहीं होने से मरीजों, छात्रों व व्यवसायियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.