Chandil (Dilip Kumar) : ईचागढ़ प्रखंड मुख्यालय गौरांगकोचा में प्रखंड कार्यालय के समीप स्थापित धरती आबा की मूर्ति पर शुक्रवार को बिरसा मुंडा के शहादत दिवस के अवसर पर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया. ईचागढ़ के समाजसेवी भूषण चंद्र मुर्मू की अध्यक्षता में भगवान बिरसा मुंडा का शहादत दिवस मनाया गया. मौके पर कृतज्ञ लोगों ने बारी-बारी से धरती आबा की मूर्ति पर माल्यार्पण कर और पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी. यहां श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में ईचागढ़ के प्रमुख गुरुपद मार्डी, प्रखंड विकास पदाधिकारी किकू महतो, अंचलाधिकारी भोला शंकर महतो, पातकुम पंचायत के मुखिया राखोहरी सिंह मुंडा, राजेंद्र सिंह मुंडा, तिलक उरांव, रंजीत टुडू, कई पंचायत समिति सदस्य, समाजसेवी व बुद्धिजीवी शामिल थे.
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आदिवासियों को एकसूत्र में बांधने का किया था काम
इस अवसर पर भूषण चंद्र मुर्मू ने कहा कि धरती आबा बिरसा मुंडा ने बगैर किसी आधुनिक संचार व्यवस्था के आदिवासियों को एकसूत्र में बांधने का काम किया था. बगैर किसी संसाधन के अपनी आन, बान व शान की रक्षा के लिए उन्होंने लोगों को संगठित किया और अपनी जमीन, भाषा-संस्कृति, पहचान और अस्तित्व बचाने के लिए उलगुलान किया. कम उम्र में ही अंग्रेजों से लोहा ली और अपनी बहादुरी दिखाई. वर्तमान समय में भी अपने हक व अधिकार हासिल करने के लिए और अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए युवाओं को संगठित रहने की जरूरत है. अपने गांव व समाज की रक्षा करना सबका दायित्व है. समाज में सामाजिक समरसता बनी रहे और समाज विकास के पथ पर कैसे आगे बढ़े इसके लिए सभी को एकजुट होना होगा.