Dilip Kumar
Chandil : चांडिल अनुमंडल, 19 साल पहले बना. पर आज भी लोगों को बुनियादी चिकित्सा सुविधा नहीं मिल रही है. चांडिल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड कर अनुमंडलीय अस्पताल का दर्जा तो मिला, लेकिन इस अस्पताल में ना पर्याप्त चिकित्सक हैं और ना अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लैब जांच के अलावा कोई सुविधा नहीं. मरीजों को भर्ती करने के लिए एक भी बेड नहीं है. पिछले 14 साल से 100 बेड का अस्पताल निर्माणाधीन है. गांगुडीह गांव में करीब 6.10 करोड़ की लागत से बनने वाला अस्पताल खंडहर बनता जा रहा है. वैसी बीमारी, जिसमें एक-दो दिन भी भर्ती करने की जरुरत पड़ती है, मरीज को जमशेदपुर, रांची या पुरुलिया जाना पड़ता है.
2008 में हुआ था शिलान्यास
अनुमंडलीय अस्पताल भवन का शिलान्यास तत्कालीन विधायक सुधीर महतो (अब दिवंगत) ने वर्ष 2008 में किया था. निर्माण कार्य वर्ष 2012 में पूरा होना था. अब तक कुल चार करोड़, चार लाख, 918 रुपये खर्च हो चुका है. विभागीय अभियंता ने बताया कि अस्पताल निर्माण का काम पहले विभागीय स्तर पर किया जा रहा था. विभाग ने अस्पताल भवन निर्माण में कुल तीन करोड़ 22 लाख 3436 रुपये खर्च किया है. इसके बाद निर्माण कार्य टेंडर से करके कराने का फैसला हुआ. संवेदक द्वारा 82 लाख 92 हजार 918 रुपये का काम कराया गया. आवंटन नहीं मिलने के कारण काम बंद हो गया.
घायलों को मिलता तत्काल इलाज
अगर चांडिल में इलाज की सुविधा मिले तो दुर्घटना में घायलों का तत्काल इलाज हो सकता है. इससे दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में कमी आयेगी. जानकारी के मुताबिक, चांडिल अनुमंडल में एनएच-32 का 30 किमी. और एनएच-33 का 55 किमी. सड़क आता है. रोज दुर्घटनाएं होती है. घायलों को जमशेदपुर ले जाना पड़ता है. इससे उनको इलाज मिलने में देर होती है.
11 के बदले हैं चार चिकित्सक
अनुमंडल अस्पताल बना नहीं तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को ही अपग्रेड कर अनुमंडलीय अस्पताल का दर्जा दे दिया गया. पर किसी तरह का संसाधन उपलब्ध नहीं कराया गया. अस्पताल में 11 चिकित्सक के पद स्वीकृत हैं. पर, सिर्फ चार चिकित्सक पदस्थापित हैं. एक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व अस्पताल के उपाधीक्षक हैं. इससे सहज अंदाज लगाया जा सकता है कि इलाज की स्थिति क्या है.
फैक्ट
चांडिल अनुमंडल में आबादी- करीब 4.50 लाख
ओपीडी में रोज पहुंचते हैं मरीज – करीब 75
इमरजेंसी में रोज आते हैं मरीज – करीब 20-25
कब बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र – 60 साल पहले
अनुमंडल में कितने अस्पताल – तीन सामुदायिक व पांच प्राथमिक
स्वास्थ्य केंद्रों का हाल
– अनुमंडल के चार प्रखंड चांडिल, ईचागढ़, कुकडु व नीमडीह में कुकडु प्रखंड को छोड़कर तीनों प्रखंड में एक-एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है.
– चांडिल प्रखंड में दो, ईचागढ प्रखंड में दो और नीमडीह प्रखंड में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है.
– नीमडीह प्रखंड के हुंडरू पाथरडीह स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लोगों का इलाज नहीं होता है. केंद्र बंद है.
– ईचागढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व चौका प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का अपना भवन नहीं है.
– चांडिल के चावलीबासा स्थित दूसरे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन जर्जर हैं. केंद्र को स्कूल में चलाया जाता है.
– ईचागढ़ का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रमणी कागज पर चल रहा है. ईचागढ़ में इस नाम का कोई स्थान नहीं है. कागज पर चिकित्सक का पदस्थापना भी है.
– अस्पतालों में नहीं मिलती कई जीवनरक्षक दवाईयां
– पूरे अनुमंडल में नहीं होता सांप व कुत्ता काटने का इलाज.
अस्पताल भवन बनाने की फिर शुरू हुई कवायद
चांडिल अनुमंडलीय अस्पताल भवन के बनने की आश फिर जगी है. भवन के अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए विभाग ने एक बार फिर काम शुरू किया है. भवन की वर्तमान स्थिति व लागत का आकलन करने के लिए मास एंड वाइड डिजाइन कंसल्टेंट नाम की कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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