Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में मंगलवार को विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. इस अवसर पर कहीं पौधरोपण किया गया, कहीं बाइक रैली निकाली गई तो कहीं झंडोत्तोलन कर समस्त आदिवासियों को एकजुट करने का संकल्प लिया गया. आदिवासी दिवस पर चांडिल के आदिवासियों ने एकजुटता दिखाई.
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पारंपरिक हथियार के साथ निकाली बाइक रैली
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर झारखंड दिशोम सरना समिति व विभिन्न आदिवासी संगठनों ने पारंपरिक हथियार के साथ बाइक रैली निकाली. इस अवसर पर समस्त आदिवासी समाज को एकसूत्र में बांधने का संकल्प लिया गया. झारखंड दिशोम सरना समिति ने चांडिल प्रखंड क्षेत्र के चांदुडीह में पौधरोपण कर पारंपरिक हथियार के साथ बाइक रैली निकाली, जो गौरांगकोचा, चौका होते हुए चांडिल बाजार का भ्रमण करते हुए पातकोम दिशोम जाहेरगाड़ गांगूडीह पहुंचा.
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हक और अधिकार की उठाई मांग
इस अवसर पर उपस्थित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने अपने हक और अधिकार के लिए आवाज बुलंद किया. मौके पर सरकार से सरना कोड की भी मांग की. इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम से आए कलाकारों ने आदिवासियों की पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किये. मौके पर आदिवासी समुदाय के लोगों ने आपसी एकजुटता दिखाते हुए अपने हक और अधिकार की मांग की. कार्यक्रम में देश पारगाना रामेश्वर बेसरा, विधायक सविता महतो, अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय सिंह, जिला परिषद सदस्य ज्योति लाल मांझी, गुरुचरण किस्कू, चारु चंद्र किस्कू, सुखराम हेंब्रम, बुद्धेश्वर मार्डी, सुधीर किस्कू, श्यामल मार्डी समेत बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग शामिल थे.
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शिक्षा से खुलती है विकास का द्वार : जयराम सिंह
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के जामडीह में आदिवासी भूमिज मुंडा कल्याण समिति व आदिवासी भूमिज मुंडा सरना समिति द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया. इस अवसर पर गांव के लाया द्वारा समाज के प्रतीक विरदिरी झंडोतोलन करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया. मुख्य अतिथि शिक्षक जयराम सिंह ने उपस्थित समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में देश दुनिया तरक्की के शिखर पर है और आदिवासी समाज आज भी काफी पिछड़ा हुआ है.
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शिक्षा ही एकमात्र विकल्प
उन्होंने कहा कि सफलता के शिखर तक पहुंचने के लिए हमें शिक्षा पर जोर देने की आवश्यकता है. शिक्षा ही एकमात्र ऐसा विकल्प है जो सभी क्षेत्रों में सफलता के द्वार खोलती है. उन्होंने कहा कि नशा, अंधविश्वास आदि कुप्रथा समाज के पिछड़ेपन का दूसरा कारण है. मौके पर जयराम सिंह, निरंजन सिंह, हरेकृष्ण सिंह, मनोहर सिंह, वैद्यनाथ सिंह, जन्मेंजय सिंह, गौर सिंह, समर सिंह आदि उपस्थित थे.