Chandrapura : झारखंड अलग राज्य आंदोलनकारी और पूर्व विधायक शिवा महतो की प्रथम पुण्य तिथि बुधवार को चंद्रपुरा के सिजुआ स्थित शिवा महतो हाई स्कूल प्रांगण में स्थित स्मारक में मनाई गई. विद्यालय प्रांगण में स्थित स्मारक में पूर्व विधायक शिवा महतो के चित्र पर बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो, झामुमो जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, भाषा संघर्ष समिति के आंदोलनकारी युवा नेता टाईगर जयराम महतो, जिप सदस्य अजय कुमार महतो, पूर्व जिप सदस्य नवीन कुमार महतो, मासस महासचिव हलधर महतो समेत दर्जनों लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया. श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता व संचालन कार्तिक महतो ने किया.
सभा को संबोधित करते हुए बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो ने कहा कि पूर्व विधायक शिवा महतो झारखंड आंदोलनकारी के साथ-साथ एक विचारधारा थे. जिन्होंने पूरी जीवन शोषित पीड़ितों, किसान मजदूरों की हक और हुक़ूक की लड़ाई लडी. साथ ही साथ शिक्षा का अलख जगाने के लिए कई विद्यालय एवं महाविद्यालयों की स्थापना की. उनके विचारधारा को लेकर युवा वर्ग आगे बढ़ें, तभी शिक्षित व समृद्ध झारखंड होगा.
झामुमो जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी ने कहा कि झारखंड अलग राज्य आंदोलन को लेकर शिवा महतो, बिनोद बिहारी महतो व शिबू सोरेन के नेतृत्व में जो आंदोलन चला उसी का परिणाम अलग झारखंड राज्य बना. लेकिन राज्य बनने के बाद राज्य की बागडोर गैर झारखंडी हाथों में थी. जब से हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी है, तब से राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है. भाषा संघर्ष समिति के युवा नेता टाइगर जयराम महतो ने कहा कि झारखंडियों को माई, माटी व संस्कृति को बचाये रखने की जरूरत है. माई, माटी व संस्कृति अगर समाप्त हो गई तो छोटानागपुर पठार क्षेत्र से कुर्मी समाज का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. दूसरे प्रदेशों के लोग छोटानागपुर पठारी क्षेत्र में यहां के भोले भाले लोगों को बहला फुसलाकर जमीनों पर कब्जा करने के साथ-साथ हमारी संस्कृति को समाप्त करने पर तुले हुए हैं. उन्होंने कहा कि अलग राज्य आंदोलनकारियों के विचारधाराओं को अपनाते हुए माई, माटी व संस्कृति की रक्षा हेतु युवा वर्ग आगे आएं.
इस अवसर पर मो.शमीद, सुभाष चन्द्र महतो, जयनारायण महतो, संतोष कुमार महतो, बैजनाथ महतो, नारायण महतो, राजकुमार महतो, लालचंद महतो, जयसूर्या महतो, अशोक महतो समेत कई लोगों ने संबोधित किया.
यह भी पढ़ें : फुसरो : झामुमो उलगुलान ने मनाया शेरे शिवा महतो की पहली पुण्यतिथि