Chandwa : चंदवा सिकनी के दामर टांंड़ में सरहुल पर्व में बंटे प्रसाद (चना-गुड़) खाकर कई लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए हैं. लोगों को शुक्रवार रात से ही पेट में एंठन और दर्द हो रहा था. लेकिन लोगों ने नजरअंदाज कर दिया. लेकिन रविवार रात को दर्द बढ़ने के बाद कई लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज करने पहुंचे. जितने भी लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, सभी ने सरहुल में समिति की ओर से बंटे प्रसाद को खाया था. (पढ़ें, राहुल गांधी ने पीएम पर कसा तंज, लिखा- मोडानी’ के खुलासे के बाद भी जनता के रिटायरमेंट का पैसा अडानी को)
गांव में कैंप लगाकर लोगों का किया जा रहा इलाज
बड़ी संख्या में फूड पॉइजनिंग की सूचना मिलने पर सीएचसी प्रभारी डाॅ एन के पांडे के नेतृत्व में मेडिकल टीम सासंग में कैंप लगाकर इलाज कर रहे हैं. जिन लोगों की स्थिति गंभीर है, उनका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है. गांव की स्थिति को देखते हुए लातेहार सिविल सर्जन दिनेश कुमार भी मेडिकल कैंप सासंग पहुंचे हैं.
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चना-गुड़ के जांच के बाद ही पता चल पायेगा कारण
इस बाबत में राजनाथ उरांव आन ने बताया कि उनकी पत्नी शीला देवी भी फूड पॉइजनिंग की शिकार हुई है. शीला देवी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंदवा में भर्ती किया गया है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कई लोगों का इलाज चल रहा है. उरांव का कहना है कि सिकनी, किताआन, बुल्हू और सोंस गांव के सैकड़ों लोग भीगा चना-गुड़ खाकर फूड पॉइजनिंग के शिकार हुए हैं.जानकारी के अनुसार, चना-गुड़ स्थानीय ब्रह्मनी के एक दुकान से लिया गया था. कुछ चना-गुड़ बचा हुआ है. उसकी जांच के बाद ही कुछ पता चल पायेगा कि लोगों को फूड पॉइजनिंग क्यों हुआ.
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