ईंट निर्माण कर रही महिला के बच्चों के लिए छत भी मयस्सर नहीं
Chandwa, Latehar: चंदवा में ईंट भट्ठा मजदूर के बच्चों का भविष्य अंधकारमय है. ईंट का निर्माण कर रही महिला के बच्चों के लिए छत भी मयस्सर नहीं है. मां ईंट निर्माण कार्य में लगी रहती है और बच्चे यूं ही इधर उधर भटकते रहते हैं. चंदवा में ईंट भट्ठा मालिकों के द्वारा बाल सुरक्षा अधिनियम और कानून को ताक पर रख कर काम लिया जा रहा है. यह बाल अधिकारों का हनन है. चंदवा थाना क्षेत्र में इंट भट्ठे का निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है. हर भट्टे में आर्थिक तंगी से गुजरने वाले धात्री माता अपने नवजात बच्चों समेत 12-15 वर्ष के बच्चे के साथ सभी ईंट भट्टों पर काम करते हुए नजर आ जाएगीं. भट्ठा मालिक इनके गरीबी का पूरा फायदा उठाते हैं. किसी किसी भट्टठे में छोटे बच्चों से छोटी हथौड़े से कोयला तुड़वाने जैसा कार्य करवाया जाता है. किसी भी भट्ठा मालिक के द्वारा बाल सुरक्षा अधिनियमों, कानूनों का पालन नहीं किया जाता है. यहां कार्यरत मजदूरों के बच्चों का न तो उचित परवरिश हो पाता है न ही बच्चों को पोषण युक्त भोजन और शिक्षा मिल पाती है. यह बाल सुरक्षा अधिनियम और शिक्षा का अधिकार का घोर उल्लंघन है.
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अंचल अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया
शुभम संदेश संवादाता ने इस संबध में पक्ष लेने अंचल कार्यालय चंदवा पहुंचे. लेकिन वे कार्यालय में नहीं थे. संवाददाता के द्वारा फोन पर संपर्क कर पक्ष जानने का प्रयास किया गया पर उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया.
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