Hazaribagh: जिला स्कूल में गुरुवार को जिलास्तरीय मुखिया सम्मेलन हुआ. इसका आयोजन झारखंड शिक्षा परियोजना ने किया. यह आयोजन पंचायत जनप्रतिनिधियों का शिक्षा के क्षेत्र में लोक भागीदारी और उनकी अहम भूमिका को लेकर किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डीसी नैंसी सहाय ने किया. डीसी ने कहा कि विद्यालयों में शिक्षा को बेहतर बनाने में मुखिया व पंचायत जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका है.
DC ने कहा कि गांव के सरकारी विद्यालय, मॉडल स्कूल, कस्तूरबा विद्यालय या अन्य आवासीय विद्यालयों में हम सब मिलकर कार्य करें तो गुणवत्तापूर्ण एवं बेहतर शिक्षा बच्चों को दिलाने में सफल होंगे. डीसी ने दिव्यांग बच्चों के प्रति भी सहयोगात्मक भूमिका निभाने एवं पंचायत की समस्या को लेकर सीधे संपर्क करने की सलाह दी. डाढा की मुखिया सुनीता देवी ने मॉडल स्कूल के विद्यार्थियों के लिए बस की सुविधा, विद्यालय की चहारदीवारी की मांग की व शिक्षा में सुधार करना है तो सहायक अध्यापकों का स्थानांतरण करने का जिक्र किया.
सम्मेलन को डीईओ उपेंद्र नारायण, डीएसई संतोष गुप्ता, डीएवी के प्राचार्य अशोक कुमार, साईट सेवर्स के राज्य पदाधिकारी डॉ जितेंद्र कुमार, बीपीओ नागेश्वर सिंह, बंशीधर राम मुखिया अर्जुन पांडेय, सुनीता देवी, रंजीत मेहता, महेश कुमार, सी थ्री के आलोक रॉय, पिरामल के अविनाश कुमार, गौरव कुमार, एडीपीओ सुनीला लकड़ा, अंजुला कुमारी और लालिमा जयोत्सना लकड़ा ने संबोधित किया. मंच संचालन एपीओ संजय तिवारी और सीआरपी अजय नारायण ने किया.
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सम्मेलन में लोक भागीदारी, शिक्षा की आवश्यकता, नई शिक्षा नीति, एनईआर, जीईआर, पंचायत जनप्रतिनिधियों का कार्य एवं दायित्व, विद्यालय में बच्चों का शत प्रतिशत नामांकन एवं ठहराव, शून्य ड्रॉप आउट और विद्यालय विकास में सहयोग समेत अन्य बातों पर चर्चा की गई. इस दौरान राज्य से आए साईट सेवर्स के जितेंद्र कुमार ने दिव्यांग बच्चों को भी सामान्य बच्चों की भांति शिक्षा का अधिकार दिलाने में अहम भूमिका निभाने की बात रखी. इस दौरान दो दिव्यांग बच्चों ने शिक्षा से जुड़ने पर साइट सेवर्स के प्रयास पर अपनी अनुभव को साझा किया.
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