बेरमो : बेरमो स्टेशन के समीप प्रेम नगर झुग्गी बस्ती में बाल अधिकार संरक्षण जागरूकता अभियान चलाया गया. यह अभियान राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो एवं बाल अधिकार कार्यकर्ता सह शिक्षाविद् के नेतृत्व में चला. इस मौके पर बाल अधिकारों, बाल कानून व बाल मुद्दों पर जानकारी दी गई. झुग्गी बस्ती में नशे का सेवन व बाल अपराध में बच्चों का झुकाव अधिक होता है. इस परिस्थिति में माता-पिता व अभिभावकों को नशा मुक्त समाज निर्माण में योगदान देने की जरूरत है. बच्चों में कैसे नशे की लत लगती है, नशे के उत्पाद कैसे आसानी से मिल जाते है? कैसे नशे की आदत पड़ती है, इसकी रोकथाम कैसे करें? इन विषयों पर बच्चों को मनोवैज्ञानिक उदाहरण देकर समझाया गया.
अभिभावकों को नशा मुक्त समाज निर्माण में योगदान की जरूरत
बच्चों को नशे की लत न लगे, इसमें अभिभावकों की क्या भूमिका हो? घर में बच्चों को कैसे मार्गदर्शन दें? बच्चों की संगति पर ध्यान कैसे दे ? समाजीकरण किस तरह बच्चों के समग्र विकास में सहायक है? इस विषय पर विशेष जोर दिया गया. बाल विवाह, बाल श्रम, बाल दुर्व्यवहार व बाल दुर्व्यसन, बाल उत्पीड़न व यौन उत्पीड़न, नशा मुक्त बचपन, अपराध मुक्त बचपन निर्माण का संकल्प लिया गया. किशोर न्याय अधिनियम, पोक्सो कानून, संकटकालीन चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 के उपयोग के तरीके बताए गए.
मौके पर मानवधिकार कार्यकर्ता सह युवा समाजसेवी अनूप कुमार, शिक्षक सह मनोवैज्ञानिक डॉ. प्रभाकर कुमार, विकास सिंह, मानव अधिकार कार्यकर्ता निक्कू सोनी, निकेश कुमार साव, समाज सेवी अनिल अग्रवाल, कृष्ण कांत तिवारी, वर्तिका राज, ऋषभ कुमार समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे. इस अवसर पर कोरोना से बचाव के लिए बच्चों में मास्क वितरण किया गया. अभियान की समाप्ति पर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो की ओर से करीब 125 बच्चों में कॉपी, पेन, पेंसिल, रबर, कटर, बिस्कुट का वितरण किया गया.
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