NewDelhi : राहुल गांधी ने चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के 15 स्थानों का नाम अपनी भाषा में करने और इस राज्य को दक्षिण तिब्बत कहने संबंधी खबरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हल्ला बोला है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर पीएम की चुप्पी पर सवाल उठाया है.. राहुल ने इस खबर का जिक्र करते हुए ट्विटर किया. अभी कुछ दिन पहले हम 1971 के युद्ध में भारत की गौरवपूर्ण जीत को याद कर रहे थे. देश की सुरक्षा और विजय के लिए सूझबूझ और मजबूत फैसलों की जरूरत होती है. खोखले जुमलों से जीत नहीं मिलती.
अभी कुछ दिनों पहले हम 1971 में भारत की गौरवपूर्ण जीत को याद कर रहे थे।
देश की सुरक्षा और विजय के लिए सूझबूझ व मज़बूत फ़ैसलों की ज़रूरत होती है।
खोखले जुमलों से जीत नहीं मिलती! pic.twitter.com/U2KMcujVry
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 31, 2021
As the year ends, China threatens our territorial integrity & sovereignty.#China has already transgressed & occupied Depsang Plains & Gogra Hot Springs in Eastern Ladakh.
China has set up a village in Arunanchal.
Mr. 56” refuses to say a word.
Weak Govt, Mum PM! pic.twitter.com/94uVIUcmYT
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 31, 2021
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सुरजेवाला ने मोदी सरकार को कमजोर करार दिया
इस क्रम में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार को कमजोर करार दिया. पीएम मोदी पर भारत की क्षेत्रीय अखंडता के लिए चीनी खतरों पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए ट्विटर किया. चीन अरुणाचल प्रदेश पर भारतीय संप्रभुता को चुनौती देने का दुस्साहस करेगा. चीन डेपसांग प्लेंज़ व गोगरा हॉट स्प्रिंग्स पर भारत की सरज़मीं पर क़ब्ज़ा कर लेगा. चीन अरुणाचल में गांव बसा लेगा, पर मि॰56 इंच ‘चीन’ शब्द भी नहीं बोलेंगे! कमजोर सरकार, मौन पीएम.
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भारत-चीन व्यापार 100 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर गया
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आश्चर्य जताया कि प्रधानमंत्री कब चीन की कार्रवाई का मुकाबला करने के लिए मजबूत कदम उठायेंगे. पूछा कि क्या हमारी प्रतिक्रिया चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने तक सीमित होगी, जबकि भारत-चीन व्यापार 100 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर गया है. कहा कि सरकार को चीनी कदमों का कड़ा जवाब देना चाहिए और ऐसे हर कदम में कांग्रेस के समर्थन का आश्वासन दिया।
जान लें कि चीन के सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, चीन ने भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में 15 और स्थानों के लिए चीनी अक्षरों, तिब्बती और रोमन वर्णमाला के नामों की घोषणा की है. चीन अरुणाचल प्रदेश के दक्षिण तिब्बत होने का दावा करता है. हालांकि भारत ने चीन की ओर से अरुणाचल प्रदेश के 15 स्थानों के नाम बदलने के कदम को गुरुवार को स्पष्ट रूप से खारिज किया था और जोर देकर कहा था कि यह राज्य हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है.