Lagatar Desk : धनतेरस के दिन से ही मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा शुरू हो जाती है. धनतरेस के बाद और दिवाली से पहले छोटी दिवाली मनायी जाती है. इस साल छोटी दिवाली 3 नवंबर को मनायी जायेगी. आज के दिन को नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. . नरक शब्द पौराणिक कथाओं में वर्णित दैत्य राजा नरकासुर से संबंधित है और चतुर्दशी का अर्थ है चौदहवां दिन.
जानें पूजा करने का शुभ मुहूर्त
हिन्दु समुदाय के लोग छोटी दिवाली के दिन भी पूजा – पाठ कर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करते है. इस दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आपके घर और परिवार में बनी रहती है. इस बार छोटी दिवाली में पूजा- पाठ का शुभ मुहूर्त सुबह 09:02 बजे से अगले दिन सुबह 06:03 बजे तक है.
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भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है
छोटी दिवाली के दिन मां कालिका की भी पूजा की जाती है. इस लिए छोटी दिवाली को काली चौदस भी कहा जाता है. कई जगहों पर तो मां कालिका की विशेष पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि छोटी दिवाली के दिन कालीका माता की पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है.
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आज सरसों तेल लगाने से आर्थिक स्थिति होती है मजबूत
ऐसा कहा जाता है कि छोटी दिवाली के दिन मां लक्ष्मी सरसों के तेल में निवास करती है. इस लिए कहा जाता है कि आज के दिन शरीर में सरसों तेल से मालिस करने से लोगों की आर्थिक रूप मजबूत होती है. कहा जाता है कि जो भी लोग अपने जीवन में आर्थिक परेशानियां झेल रहे है उन्हें आज सरसों का तेल लगाना चाहिए. नरक चौदस के दिन उबटन लगाएं, उसके बाद गुनगुने पानी से स्नान करें. इस दिन शारीरिक सुंदरता का भी ध्यान रखने की मान्यता है.
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