Mumbai : देश में हर साल प्रेम प्रसंग के कारण या दूसरी जाति में विवाह करने की वजह से सैकड़ों हत्याएं की जाती हैं. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने यह बात कही. CJI के अनुसार देश में ऑनर किलिंग की वजह लव अफेयर और इंटरकास्ट मैरिज है. उन्होंने इस पर शोक भी व्यक्त किया. जान लें कि जस्टिस चंद्रचूड़ मुंबई में पूर्व अटॉर्नी जनरल अशोक देसाई की 90वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में विचार व्यक्त कर रहे थे. उनका कहना था कि नैतिकता की अवधारणा हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है.
Maharashtra | Many people are killed each year for falling in love or marrying outside their caste or against their family’s wishes: CJI DY Chandrachud in Mumbai (17.12) pic.twitter.com/ZRaqcR7FtY
— ANI (@ANI) December 18, 2022
दबंग लोग जो तय करते हैं वही नैतिकता मानी जाती है
जस्टिस चंद्रचूड़ ने इस क्रम में 1991 के एक आर्टिकल का जिक्र करते हुए बताया कि 1991 में उत्तर प्रदेश में 15 साल की लड़की की उसके माता-पिता ने हत्या कर दी थी. उस अपराध को स्वीकार भी कर लिया गया. क्योंकि गांव वालों ओर उसके परिवार वालों के अनुसार लड़की ने समाज के खिलाफ कदम उठाया था. CJI के अनुसार समाज, जिसे पावरफुल लोगों ने बनाया है और उसका कमजोर तबके के लोगों को पालन करना पड़ता है. जबकि ऐसे नियम उस तबके के लोगों की परंपराओं के खिलाफ हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि दबंग लोग जो तय करते हैं वही नैतिकता मानी जाती है. कमजोर तबकों को इतना दबाया जाता है कि वे खुद के नियम नहीं बना पाते.
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कोई भी मामला कोर्ट के लिए बड़ा या छोटा नहीं होता
जस्टिस चंद्रचूड़ ने इस क्रम में अपनी बात दोहरायी कि कोई भी मामला कोर्ट के लिए बड़ा या छोटा नहीं होता. चाहे वह जिला न्यायपालिका हो या हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट. उन्होंने हर मामले को कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण करार दिया. कहा कि लोग अपनी व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अदालतों में अपना विश्वास जताते हैं. इससे पूर्व संविधान दिवस के मौके पर CJI ने कहा था कि लोकतंत्र में कोई भी संस्था परफेक्ट नहीं होती. हमें मौजूदा व्यवस्था के भीतर ही काम करना पड़ता है. न्यायाधीश वफादार सैनिक होते हैं जो संविधान लागू करते हैं. उन्होंने यह सब कॉलेजियम सिस्टम पर उठ रहे सवालों को लेकर कहा था.