Ranchi : खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में सीएम चंपाई सोरेन ने आज सोमवार को गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना (जीएससीसी) और मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया गया. वहीं क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र रांची में 3डी थिएटर का उद्घाटन किया गया. मौके पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता व बादल पत्रलेख, सांसद महुआ माजी, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, विभाग के पदाधिकारी और जिला प्रशासन के पदाधिकारी मौजूद रहे. 1200 अभ्यर्थियों को गुरुजी क्रेडिट कार्ड का लाभ मिला. वहीं सांकेतिक रूप से क्रांति कुमारी, मनीषा कुमारी, शिरीन फैजी सहित 800 छात्राओं को मानकी मुंडा योजना का लाभ मिला.
जब तक किसान-मजदूर के बेटे को उच्च शिक्षा नहीं मिलेगी, तब तक वह मुख्य धारा से नहीं जुड़ सकते
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चंपाई सोरेन ने कहा कि आज झारखंड की युवा पीढ़ी के लिए एक महत्वपूर्ण योजना का शुभारंभ हो रहा है. चंपाई ने कहा कि झारखंड विकास की श्रेणी में काफी नीचे है. आदिवासी, मूलवासी और गरीब विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है. जब तक किसान और मजदूर के बेटे को उच्च शिक्षा नहीं मिलेगी, तब तक वह मुख्य धारा से नहीं जुड़ सकते. आज विद्यार्थियों की सोच को पूरा करने के लिए सरकार ने तीन योजना का शुभारंभ किया है. सरकार झारखंड के गरीब गुरुवा के बच्चों को उच्च शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी को लेकर इन योजनाओं का शुभारंभ किया जा रहा है.
गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की विशेषता
झारखंड राज्य स्थित मान्यता प्राप्त संस्थान से 10वीं/12वीं कक्षा के उत्तीर्ण विद्यार्थी, जो आर्थिक कारणों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हैं, वैसे छात्र-छात्राओं को आर्थिक सहायता प्रदान किया जायेगा. ताकि छात्र उच्च शिक्षा के क्षेत्र/संस्थान जैसे-Engineering, Medical, Law, Research, IITS, IIMS आदि में शिक्षा प्राप्त कर सके. विद्यार्थियों को ऋण के रूप में अधिकतम 15 लाख तक की राशि बैंकों के माध्यम से बिना किसी प्रोसेसिंग शुल्क के उपलब्ध करायी जायेगी. विद्यार्थियों को मात्र 4% साधारण ब्याज की दर से राशि का भुगतान करना होगा. शेष ब्याज की राशि का वहन राज्य सरकार करेगी. गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ऋण वापसी की अवधि 15 वर्ष तक की निर्धारित की गयी है. लोन के बदले विद्यार्थियों से किसी प्रकार की जमानती सुरक्षा (Collateral Security) नहीं ली जायेगी. ऋण देने के लिए इनकम क्राइटेरिया भी निर्धारित नहीं की गयी है. पाठ्यक्रम पूर्ण होने के 1 वर्ष बाद ऋण वापसी की प्रक्रिया प्रारंभ करने या अध्ययन की अवधि में ही ऋण का ब्याज चुकाने पर विद्यार्थी को ब्याज दर में 1% की छूट दिया जायेगा.
मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना की विशेषता
झारखंड की छात्राओं को तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के उद्देश्य से मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की गयी है. इसमें राज्य के राजकीय/निजी /P.P.P मोड पर संचालित डिप्लोमा स्तरीय कोर्स में नामांकित तथा झारखं के विद्यालयों से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्राओं को डिप्लोमा कोर्स के लिए प्रति वर्ष 15,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी. झारखंड के राजकीय/ निजी/P.P.P मोड पर संचालित अभियंत्रण महाविद्यालयों में बीटेक/बी.ई. कोर्स में झारखंड के स्कूलों से 10वीं व 12वीं कक्षा (अथवा समकक्ष) उत्तीर्ण छात्राओं को बी. टेक/बी.ई. कोर्स के लिए प्रति वर्ष 30,000 प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. जिस छात्रा के परिवार का विगत वर्ष में सभी प्रकार के आय के स्रोतों को मिलाकर सकल वार्षिक आय अधिकतम 4 लाख रुपये तक प्रति वर्ष है या लाभुक राष्ट्रीय/राज्य खाद्य सुरक्षा योजना से आच्छादित हैं, उन्हें शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से लाभ मिलेगा.