Ranchi : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में नक्सली हमले में शहीद तीन जवानों को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी नीरज सिन्हा ने श्रद्धांजलि दी. सभी ने कांके के सुकुरहुट्टू स्थित झारखंड जगुआर मुख्यालय में जाकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.
बता दें कि गुरुवार को चाईबासा स्थित टोकलो के लांजी जंगल में नक्सलियों द्वारा हमला करने से तीन जवान शहीद हुए थे. वहीं तीन जवान घायल हो गये हैं. घायलों को हवाई मार्ग से रांची लाया गया, वहीं शहीद हुए 3 जवान का पार्थिव शरीर रांची के झारखंड जगुआर हेडक्वार्टर लाया गया. नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए हवलदार देवेन्द्र कुमार पंडित, आरक्षी हरद्वार साह और आरक्षी किरण सुरिन शामिल हैं. मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों ने शहीद जवानों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
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परिजनों से मिलकर बंधाया ढांढस, घटनाक्रम की जानकारी ली
दुख की इस घड़ी में मुख्यमंत्री ने शहीदो के परिजनो से मिलकर उनका ढांढस बंधाया. उन्होंने मौके पर डीजीपी और अन्य पुलिस पदाधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. इस दौरान शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव-सह-गृह विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का समेत कई वरीय पुलिस पदाधिकारी भी शामिल हैं.
झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा ने की सीएम से मुलाकात
इससे पहले विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में मुख्यमंत्री से झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड आंदोलनकारियों को सम्मानित करने, झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितिकरण आयोग के पुनर्गठन के लिए मंत्रिमंडल की स्वीकृति, आंदोलनकारी अथवा उनके आश्रितों को मासिक पेंशन और अन्य सुविधाएं देने को लेकर लिए गए निर्णय के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया. मोर्चा ने शैक्षणिक संस्थानों तथा चौक-चौराहों का नामकरण झारखंड आंदोलन के शहीदों के नाम पर करने का भी आग्रह किया. मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि जल्द ही आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वालों में मोर्चा के प्रवीण प्रभाकर, विमल कच्छप, मुमताज खान, शफीक आलम प्रमुख रूप से शामिल थे.
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