Ranchi : झारखंड स्थापना दिवस पर मोरहाबादी मैदान में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केवल झारखंड के विकास की बात की. मुख्यमंत्री का भाषण 2:29 बजे शुरू हुआ, जो 3:05 बजे खत्म हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का जन्म लंबे संघर्ष के बाद हुआ है, यह झारखंड का बच्चा-बच्चा जानता है. झारखंड की पहचान पूरी दुनिया में एक अलग ही है. यह खनिज संपदा से परिपूर्ण है, साथ ही यह वीरों की धरती है. अगर झारखंड को मजबूत बनाना है, तो हमें ग्रामीण इलाकों में व्यवस्था को ध्यान में रखना होगा, इसके लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजना चला रखी है. इस दौरान हेमंत सोरेन ने भरोसा दिलाया कि राज्य की जनता का आशीर्वाद मिलता रहेगा, तो झारखंड अपनी ताकत पर खड़ा होगा. हेमंत सोरेन ने कहा कि अगर विकास का यह डोर टूटता है, तो फिर वहीं ढाक के तीन पात वाली स्थिति हो जाएगी.
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22 सालों में कई सरकारें आयीं पर समस्या अब भी वही – सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड बने 22 साल पूरे हो गए हैं. ऐसा लग रहा था कि आदिवासी, दलित, ओबीसी का समग्र विकास होगा. लेकिन आज भी राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी अशिक्षा, आर्थिक तंगी बनी हुई है. 22 वर्ष में कई सरकारों ने सत्ता संभाली. लेकिन समस्या बनी रही. 2019 में महागठबंधन की सरकार को झारखंड की जनता ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का मौका दिया. जनता चाह रही थी कि महागठबंधन की सरकार ही समस्या को खत्म करेगी. दुर्भाग्य है सरकार गठन के बाद महामारी की समस्या आ गई. हमारे संघर्ष और जुझारूपन से कोरोना महामारी से निजात मिल पाया. आज हमारी सरकार ने झारखंड के लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रखी हैं.
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