Giridih : सीसीएल क्षेत्र में कोयले की तस्करी धड़ल्ले से जारी है. पुलिस प्रशासन और सीसीएल प्रबंधन इसकी तस्करी रोके जाने पर गंभीरता नहीं दिखा रहा है. तस्करी की कोयले दिन-दहाड़े साइकिल, बाइक और बैल गाडियों में लादकर ले जाते देखा जा सकता है. तस्करी की कोयले को मुफस्सिल, पचंबा और बेंगाबाद थाना क्षेत्र के रास्ते बिहार के जमुई समेत अन्य जिलों में पहुंचाया जाता है.
कोयले की तस्करी अवैध उत्खनन कर किया जाता है. इस वजह से सीसीएल क्षेत्र में भू-धसान की घटनाएं होती रहती है. इस घटना में कई लोगों की अब तक जानें भी जा चुकी है. बावजूद इसके कोयले की तस्करी रोकी नहीं जा रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीसीएल क्षेत्र के बुधियाखाद, मुरगियाटेंगरी, परातडीह, खंडीहा, कबरीबाद, भदुआपहाड़ी, महुआपथारी, सेंट्रलपीठ, ओपेनकास्ट, नयाधोडा सहित दर्जनों स्थानों पर अवैध तरीके से कोयले का उत्खनन किया जा रहा है. 26 मई 2017 को कबरीबाद माइंस में चाल धसने से पांच लोगों की मौत गई थी. सभी मृतक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिमराघोड़ा गांव के रहने वाले थे. 9 सितंबर 2019 को सीसीएल क्षेत्र के भदुआ में अवैध खनन के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. 28 दिसंबर 2020 को ओपनकास्ट माइंस में अवैध खनन के दौरान फंसने से दो लोगों की मौत हो गई थी. 28 फरवरी 2021 को हेठलापीठ में अवैध खनन के दौरान दबकर बबलू नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. मृतक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिमराधोड़ा का रहने वाला था.
अवैध कोयला उत्खनन रोकने में डोजरिंग पर्याप्त नहीं
अवैध कोयला उत्खनन को रोकने के लिए सीसीएल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन द्वारा खदानों की डोजरिंग की जाती है, जो पर्याप्त नहीं है. मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय राम ने बताया कि अवैध कोयला के कारोबार को रोकने के लिए सीसीएल क्षेत्र में लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. कई कोयला तस्कर पकड़े भी गए हैं. सीसीएल के परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह ने बताया कि पिछले एक वर्ष से सीसीएल क्षेत्र में अवैध खदानों की डोजरिंग की जा रही है. कोयला तस्करों के खिलाफ खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है.
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