Ranchi : बीजेपी ने एक बार फिर चतरा डीसी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग से की है. बीजेपी के तीन सद्स्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यालय पहुंचकर इस संबंध में ज्ञापन सौंपा. नेताओं ने कहा कि पंचायत चुनाव के प्रथम चरण का मतदान चल रहा है. इसी क्रम में चतरा उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा कुछ खास मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा था. उसी दौरान सीमा पंचायत अंतर्गत पंचायत भवन, सोनपुर मतदान केंद्र के वार्ड संख्या-4 एवं 5 तथा उत्क्रमित मध्य विद्यालय, हासबो के वार्ड संख्या-8,9 एवं 10 में सभी प्रत्याशियों के बूथ एजेंटों को जबरन बाहर कर दिया गया.
प्रत्याशी दो एजेंट रख सकते हैं मतदान केंद्र के अंदर
बीजेपी नेताओं ने कहा कि लोकतंत्र एवं पंचायत नियमावली के तहत प्रत्याशी हर बूथ पर अपने दो एजेंट मतदान केंद्र के अंदर और बाहर रख सकते हैं. ताकि किसी भी प्रकार का गलत मतदान न हो सके. उन्होंने कहा कि आज चतरा उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने जिस प्रकार मतदान केंद्र पर बूथ एजेंटों को बाहर किया है, उससे न सिर्फ प्रत्याशियों के अधिकारों का हनन हुआ है, बल्कि साफ-सुथरी भयमुक्त चुनाव कराने का राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा किया गया घोषणा को चुनौती देने का भी काम हुआ है. प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाईक, सुधीर श्रीवास्तव और सरोज सिंह शामिल थे.
6 मई को भी बीजेपी ने की थी डीसी के खिलाफ शिकायत
इससे पहले 6 मई को भी बीजेपी ने चतरा डीसी के खिलाफ राज्य निर्वाचन आयोग में शिकायत की थी. बीजेपी ने कहा कि था डीसी कुछ जातियों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं. उन्होंने 24 अप्रैल को जिले के सभी निर्वाची पदाधिकारियों को सूचना दी थी कि भारत सरकार द्वारा झारखंड के कुछ जातियों को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में अधिसूचित किया जाना है. इसके फिर उपायुक्त ने 5 मई को पत्र जारी किया और सूचना दी कि 24 अप्रैल को जारी किये गये पत्र को विलोपित किया जाता है. इस कारण खरवार, भोगता, देशवारी, गंझू, दौतलबंदी, पटबंदी, राउत, मझिआ, खैरी, तमाडिया एवं पुरान समाज के लोग संशय में हैं.
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