LagatarDesk : संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा है. एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दोनों सदनों में आम बजट पेश करेंगी. देश का आम बजट इस बार कैसा होगा, इसको लेकर लोगों में अभी से चिंता है. बजट से पहले विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली कर रहे हैं. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, 27 जनवरी तक जनवरी में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से 17,023 करोड़ निकाले. हालांकि इस महीने एफपीआई ने डेट या बॉन्ड बाजार में 3,685 करोड़ का निवेश किया है. (पढ़ें, 9 फरवरी को होगी हेमंत सोरेन कैबिनेट की बैठक)
लगातार दो महीने निवेशकों ने बाजार में डाले थे पैसे
बता दें कि इससे पहले एफपीआई लगातार लिवाली कर रहे थे. दिसंबर में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजारों में 11,119 करोड़ रुपये डाले थे. जबकि नवंबर में उन्होंने 36,239 करोड़ रुपये का निवेश किया था. हालांकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) कोरोना को देखते हुए सतर्क हो गये हैं. लेकिन दुनिया के कुछ जगहों पर कोरोना संक्रमण के मामले और अमेरिका में मंदी की चिंता को लेकर विदेशी निवेशक शतर्क हो गये हैं. कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के इक्विटी रिसर्च (रिटेल) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि आगे भी एफपीआई फ्लो में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा. हालांकि डोमेस्टिक और ग्लोबल स्तर पर मुद्रास्फीति अब नीचे आ रही है.
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बजट और फेडरल रिजर्व की बैठक पर एफपीआई की नजर
मॉनिंगस्टार इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर-मैनेजर रिसर्च हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआई सतर्क रुख अपना रहे हैं. इसका कारण एक फरवरी को आने वाले आम बजट और फेडरल रिजर्व की होने वाली बैठक है. श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआई लॉकडाउन के बाद फिर से बाजार खुलने के बाद से चीन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि जनवरी में एफपीआई ने चीन, हांगकांग, दक्षिण कोरिया और थाइलैंड में पैसे लगा रहे हैं . वहीं भारत और इंडोनेशिया बाजार में एफपीआई ने बिकवली की है.
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