Ranchi : जिस विभाग के पास राज्यभर की खुफिया सूचना जुटाने की जिम्मेवारी है. वो विभाग वर्तमान में नेतृत्वविहीन है. झारखंड पुलिस की आंख और कान मानी जानेवाली स्पेशल ब्रांच ( विशेष शाखा) के एडीजी का पद पिछले दो महीने से खाली चल रहा है. पिछले 20 अक्टूबर को एडीजी स्पेशल ब्रांच के पद पर पदस्थापित मुरारी लाल मीणा का तबादला कर दिया गया था. तब से स्पेशल ब्रांच एडीजी का पद खाली चल रहा है.
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क्या है स्पेशल ब्रांच का काम
स्पेशल ब्रांच झारखंड पुलिस की आंख और कान मानी जाती है. इसका काम धरने और प्रदर्शनों की सही रिपोर्ट जुटाना होता है. इसके अलावा पॉलिटिकल, नक्सल, आपराधिक गतिविधियों पर खुफिया नजर रखी जाती है. साथ ही रणनीति के लिए लोकल पुलिस को अलर्ट करने का भी काम है.
कई महत्वपूर्ण पद लंबे अरसे से खाली
राज्य में लंबे अरसे से पुलिस विभाग के कई अहम पद खाली हैं. होमगार्ड व अग्निशमन विभाग में डीजी के साथ-साथ डीआईजी, कमांडेंट जैसे सारे महत्वपूर्ण पद खाली हैं. ऐसे में वेतन के भुगतान, होमगार्ड को जिलावार मिलने वाला आवंटन बंद है. सीआईडी में भी आईजी आर्गेनाइज क्राइम व आईजी सीआईडी का पद दो सालों से रिक्त है. सीआईडी में महज एक एसपी कार्तिक एस हैं, जबकि सीआईडी में एसपी के चार पद हैं.
राज्य पुलिस मुख्यालय में भी स्पेशल ब्रांच का पद प्रभार में आईजी स्तर के अधिकारी प्रभात कुमार चला रहे हैं, जबकि स्पेशल ब्रांच के प्रमुख एडीजी स्तर के अधिकारी होते हैं. वहीं राज्य पुलिस मुख्यालय में एडीजी आधुनिकीकरण व प्रशिक्षण का कैडर पोस्ट भी मार्च 2020 से खाली है. आईजी मुख्यालय, डीआईजी बजट जैसे पद भी रिक्त हैं.