Chakradharpur : पिछले दिनों चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा चार सड़क योजनाओं के शिलान्यास में शिलापट्ट पर स्थानीय सांसद का नाम अंकित नहीं होने पर कांग्रेस के बवाल पर चक्रधरपुर के विधायक ने सवाल खड़े किए हैं. शिलापट्ट विवाद में विधायक सुखराम उरांव ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया है. शिलापट्ट विवाद में विधायक ने अपने बनमालीपुर स्थित आवास में संवाददाताओं को बड़ा बयान देते हुए कहा कि विपक्ष की भूमिका निभा रही है गठबंधन में शामिल कांग्रेस.
राज्य सरकार की योजना में सांसद का नाम अनिवार्य नहीं
कांग्रेस गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही. कहीं ये सरकार को अस्थिर करने की साजिश तो नहीं. कांग्रेस ने सरकार की छवि धूमिल करने का काम किया है. शिलापट्ट में सांसद के नाम को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन गलत है. विधायक उरांव ने राज्य सरकार के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि इसके मुताबिक राज्य सरकार की योजना में सांसद की उपस्थिति व नाम अनिवार्य नहीं है. काम से नाम होता है, नाम लिखवा कर नाम नहीं होता.
आरईओ विभाग की नहीं कोई गलती
शिलापट्ट मामले में आरईओ विभाग की कोई गलती नहीं है. आरईओ विभाग जनहित में सबसे बेहतर काम कर रही है. विभाग के खिलाफ चोर का नारा लगाना, सरकार को चोर कहने के बराबर है. कांग्रेस ने ऐसा कर सत्ताधारी गठबंधन को हंसी का पात्र बना दिया है. विधायक ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की राज्य सरकार को जानकारी दे दी है. इस मामले में सरकार से उचित पहल करने की भी मांग है, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो.