Kaushal Anand
Ranchi: करीब 48 घंटे से दिल्ली में अपनी मांग को लेकर जमे नाराज कांग्रेसी विधायकों को आलाकमान भाव नहीं दे रहा है. इस कारण विधायक अब बैकफुट पर आने को विवश हैं. एक विधायक ने दावा किया कि वे लोग कल 20 फरवरी को आलाकमान के साथ फूल एंड फाइनल बातचीत करके ही लौटेंगे. विधायकों का बॉडी लैंग्वेज भी अब समझौते के मूड में दिख रहा है. मालूम हो कि कांग्रेस के आठ विधायक पुराने मंत्रियों को रिपिट करने के विरोध में दिल्ली गए. यहां तक इन्होंने एलान किया है कि अगर मंत्री को नहीं बदला गया तो वे लोग बजट सत्र में सदन नहीं जाएंगे. दिल्ली पहुंचने के बाद अब तक केवल विधायकों की बात प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर से हुई है. सोमवार को पूरा दिन और देर शाम हो जाने के बाद अब तक आलाकमान के किसी भी अधिकृत नेता से विधायकों की मुलाकात नहीं हो पायी है. अब देखने वाली बात है कि इन नाराज कांग्रेस विधायकों का अगला कदम क्या होगा. दिल्ली से अपने हाथ क्या लेकर आते हैं. इस पर सबकी नजर रहेगी. मिली जानकारी के अनुसार, विधायक पूर्णिमा निरज सिंह दिल्ली पहुंच चुकी हैं और विक्सल कोंगाड़ी का साथ होने का दावा करते हुए कुल 10 विधायकों का समर्थन प्राप्त का दावा किया जा रहा है.
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नाराज विधायक इरफान के बदले सूर, कहा- आलाकमान का निर्णय सर्वमान्य होगा
दिल्ली में जमे कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी का सूर बदला-बदला नजर आया. शुभम संदेश से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती है या आलकमान का कोई अधिकृत नेता बात नहीं करते हैं, वे लोग नहीं आएंगे. पूर्व के प्रभारी भी कह चुके थे इन मंत्रियों का परफॉरमेंश ठीक नहीं था. प्रदेश के नेता सही फीड बैक नेतृत्व तक नहीं पहुंचा जा सका. अपनी सरकार होते हुए भी न बीडीओ न सीओ कोई अफसर उनलोगों बात नहीं सुनता है. यह कमजोर मंत्रियों की रही. विधायकों के समर्थक जीने नहीं दे रहे हैं. आखिर किसलिए अपनी सरकार. ऐसा नहीं है कि केवल मंत्रियों को बदलना या मंत्री पद ही डिमांड है. कई मांगे हैं. आलाकमान का निर्णय तो अंतिम होगा मगर सरकार में कांग्रेस विधायकों और नेताओं का मान-सम्मान तो मिले. इसलिए वे लोग कल आलाकमान से बात करके ही वापस लौटेंगे.
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