हिंदी, हिंदुत्व, हिंदुस्तान के प्रभुत्व की तलाश वास्तव में हमारी बहुलवादी चेतना की नींव के लिए सबसे प्रमुख खतरा है.
New Delhi : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने लोकसभा चुनावों में दक्षिण भारत में मजबूत प्रदर्शन के भाजपा के दावे को उसके दुष्प्रचार का परिणाम बताया. कहा कि सत्ताधारी दल उत्तर में साम्प्रदायिकता, धार्मिक विभाजन और मूलनिवासी सामाजिक विभाजन जैसे जो विमर्श गढ़ता है, वे वहां लागू नहीं होते थरूर ने दक्षिण में आक्रामक सियासी रणनीति अपनाने वाली भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक ऐसी पार्टी जो ‘विकास’ पर ध्यान केंद्रित करने का दावा करती है, उसके एजेंडे की उस क्षेत्र में स्वीकार्यता सबसे कम है जो वास्तव में सबसे अधिक ‘विकसित’ क्षेत्र है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
In an interview, @ShashiTharoor tells me BJP’s claim of a strong performance in south India in the Lok Sabha polls is a product of its ‘propaganda mill’; also says election is a vital phase in the ongoing battle for India’s soul.https://t.co/PT6eyRTyZ7
— Asim Kamal (@asimkamal03) April 11, 2024
धर्मनिरपेक्षता देश की संस्कृति के डीएनए में अंतर्निहित है
पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में थरूर ने कहा कि हिंदी, हिंदुत्व, हिंदुस्तान के प्रभुत्व की तलाश वास्तव में हमारी बहुलवादी चेतना की नींव के लिए सबसे प्रमुख खतरा है. कांग्रेस नेता ने हालांकि इस बात पर जोर दिया कि भारतीय धर्मनिरपेक्षता देश की संस्कृति के डीएनए में अंतर्निहित है और यह इतनी आसानी से गायब नहीं होगी. यह पूछे जाने पर कि क्या यह धर्मनिरपेक्षता के लिए करो या मरो का चुनाव है, कांग्रेस नेता ने कहा, “नहीं, क्योंकि राष्ट्रीय एकता की ताकतें हमेशा भारत की आवश्यक धर्मनिरपेक्षता के लिए पहले की चुनौतियों पर हावी रही हैं.
लोकसभा चुनाव भारत की आत्मा के लिए चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण चरण है.
थरूर ने हालांकि कहा कि यह लोकसभा चुनाव भारत की आत्मा के लिए चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण चरण है. देश में राम मंदिर की लहर से भाजपा को फायदा मिलने की संभावना पर, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य ने कहा, भाजपा का धर्म का राजनीतिकरण तब बहुत आगे बढ़ गया जब प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की, जिसके लिए वह स्पष्ट रूप से योग्य नहीं हैं. थरूर ने कहा, राम के आजीवन भक्त के रूप में, जिनकी तस्वीर हमेशा मेरे घर के पूजा कक्ष में एक प्रमुख स्थान पर सुशोभित रहती है, मुझे यह पूछने का पूरा अधिकार है कि मुझे अपने राम को भाजपा को क्यों समर्पित करना चाहिए. भगवान राम पर कॉपीराइट किसने भाजपा को दिया. उन्होंने कहा, हालांकि, राम मंदिर लहर का पूर्वानुमान मामले को काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है.
भाजपा दक्षिण में पैठ बनाने की कोशिश कर रही है
थरूर ने कहा, मतदाता वास्तविक मुद्दों के महत्व को जानते हैं बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि और सांप्रदायिक नफरत उनमें प्रमुख हैं और उन्हें एहसास है कि ये केंद्र सरकार की जिम्मेदारियां हैं. उन्होंने कहा, लोग धर्म के लिए नहीं बल्कि अपने कल्याण के लिए सरकार चुनते हैं, और यदि वे अपने हित के लिए मतदान करते हैं तो वे भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे. केरल के तिरुवनंतपुरम से रिकॉर्ड चौथी बार चुनाव लड़ रहे थरूर ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि भाजपा दक्षिण में पैठ बनाने की कोशिश कर रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इस क्षेत्र में लगातार भ्रमण इसका स्पष्ट संकेत है.
केरल ने सहस्राब्दियों से यहां हर धर्म के अनुयायियों का स्वागत किया है
थरूर ने कहा, हमारे समाज को ऐसे माहौल में आकार दिया गया है जहां दशकों के सामाजिक सुधारों ने तीन प्रमुख धर्मों: हिंदू धर्म, इस्लाम और ईसाई धर्म के अनुयायियों के बीच नागरिक चेतना का विकास किया है. उन्होंने कहा, “हमारा इतिहास भी अलग रहा है: उदाहरण के लिए, केरल ने सहस्राब्दियों से यहां हर धर्म के अनुयायियों का स्वागत किया है, और सभी शांति से आए हैं, तलवार के बल पर नहीं. इसलिए भाजपा उत्तर में जो बातें दोहराती है-सांप्रदायिकता, धार्मिक विभाजन, इतिहास के बारे में बातें, मूलनिवासी सामाजिक विभाजन यहां कारगर साबित नहीं होतीं.